समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक आजम खान ने उत्तर प्रदेश सरकार से अपनी सुरक्षा को लेकर गुहार लगाई है। आजम खान का दावा है कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही है और सरकार को उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा देनी चाहिए। आजम खान रामपुर से समाजवादी पार्टी के विधायक है और 2019 में सांसद भी चुने गए थे। लेकिन उनके इस्तीफे के बाद सीट खाली हो गई थी, जिस पर बीजेपी ने कब्जा जमा लिया।

आजम खान ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि सरकार को उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा देनी चाहिए। उन्होंने कहा, “मुझे लगातार धमकियां मिल रही हैं, मेरे परिवार को धमकियां मिल रही हैं। उत्तर प्रदेश सरकार को मेरी जेड श्रेणी की सुरक्षा वापस करनी चाहिए। मुझे वर्तमान में वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है लेकिन उसका कोई मतलब नहीं है।”

बता दें कि 2017 से पहले जब प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी, उस समय आजम खान को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलती थी। लेकिन योगी सरकार ने सत्ता में आते ही नेताओं की सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला किया था और कई नेताओं की सुरक्षा को घटाकर जेड श्रेणी से वाई श्रेणी कर दिया गया था। इसमें शिवपाल सिंह यादव, रामगोपाल यादव, डिंपल यादव और आजम खान का नाम भी शामिल था।

आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से मई महीने में जमानत मिली थी और उसके बाद से ही जमानत पर बाहर है। हाल ही में आजम खान को सुप्रीम कोर्ट ने राहत दी है। आजम खान को जौहर विश्वविद्यालय से जुड़े एक मामले में राहत मिली है। आजम खान जौहर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं। आजम खान ने कुछ दिन पहले ही सपा मुखिया अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा था कि हमने तो उन्हें धूप में कभी खड़े नहीं देखा।

जमानत पर बाहर आने के बाद आजम खान समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव से नाराज बताए जा रहे थे। बाद में अखिलेश यादव ने दिल्ली के एक अस्पताल में आजम खान से मुलाकात की थी और उसके बाद उन्हीं के करीबी को रामपुर लोकसभा उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया था। हालांकि बीजेपी के घनश्याम लोधी ने रामपुर से सपा उम्मीदवार आसिम रजा को चुनाव में हरा दिया था।