उत्तर प्रदेश की 2 महिला नेता आपस में अपने पिता की जयंती मनाने को लेकर उलझ गईं। दरअसल 2 जुलाई यानी आज डॉक्टर सोनेलाल पटेल की जयंती है। डॉक्टर सोनेलाल पटेल की दो बेटियां अनुप्रिया पटेल और पल्लवी पटेल नेत्री हैं। लेकिन दोनों का दल अलग-अलग है। अनुप्रिया पटेल अपना दल (सोनेलाल) का प्रतिनिधित्व करती हैं तो वहीं पल्लवी पटेल अपना दल कमेरावादी की नेता है।

सोनेलाल पटेल की जयंती पर कार्यक्रम को लेकर दोनों बहने आमने-सामने हो गईं। दरअसल दोनों बहनें लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सोनेलाल पटेल की जयंती पर कार्यक्रम करना चाहती थी। दोनों ने अनुमति के लिए पत्र लिखा था लेकिन पल्लवी पटेल को अनुमति नहीं मिली जबकि अनुप्रिया पटेल को जयंती पर कार्यक्रम की अनुमति मिल गई। अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल सोनेलाल ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सोनेलाल पटेल की जयंती को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मनाया।

यूपी तक की रिपोर्ट के अनुसार जब पल्लवी पटेल को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कार्यक्रम की अनुमति नहीं मिली, उसके बाद वह सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलना चाहती थी और अनुमति लेना चाहती थीं। इसके लिए वह शुक्रवार रात करीब 11:30 बजे सीएम आवास पर योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंची थी। लेकिन बताया जाता है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने रात में मिलने से इनकार कर दिया।

अनुमति नहीं मिलने के बाद पल्लवी पटेल ने कहा, “सरकार के दबाव में तीनों स्थान जहां पर हमने कार्यक्रम तय किए थे, अनुमति नहीं मिली। मैं भी प्रदेश की जनता हूं और मेरे साथ अन्याय हो रहा है। कमिश्नर कहते हैं मेरे ऊपर से प्रेशर है। मुझे केशव प्रसाद मौर्या को हराने की सजा मिल रही है। मैं इस संबंध में रात में सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंची थी, लेकिन वह मुझसे नहीं मिले।”

वहीं पूरे मामले पर अपना दल (सोनेलाल) ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि उन्होंने 18 जून को ही कार्यक्रम स्थल बुक कर लिया था और 24 जून को सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी। लेकिन पल्लवी पटेल की ओर से 30 जून को प्रतिष्ठान बुक करवाने के लिए प्रयास किया गया जो दिखाता है कि यह केवल एक राजनीति है।

अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से सांसद है तो वहीं पल्लवी पटेल कौशांबी की सिराथू विधानसभा सीट से विधायक हैं। हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में पल्लवी पटेल ने केशव प्रसाद मौर्य को हराया था।