यूपी के बांदा में मिशन शक्ति के तहत एंटी रोमियो स्क्वॉड में तैनात एक महिला कांस्टेबल के साथ दुर्व्यवहार और रेप का मामला सामने आया है। महिला कांस्टेबल ने एक साथी पुलिसकर्मी पर दुष्कर्म और गाली-गलौज का आरोप लगाया था। मामले में करीब ढाई महीने बाद आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया और अब उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
गिरवां थाने की महिला आरक्षक ने 28 फरवरी को शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसने बबेरू थाने के एक पुलिसकर्मी पर शादी का झांसा देकर उसका यौन शोषण करने का आरोप लगाया था। पीड़िता ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक (एसपी) को भी दी थी, जिसके बाद एक औपचारिक मामला दर्ज किया गया था। मामले की जांच गिरवां थाना प्रभारी द्वारा की जा रही है।
प्राथमिकी के अनुसार, शादी का वादा करने के बाद आरोपी और महिला कांस्टेबल के बीच सक्रिय यौन संबंध थे। महिला कांस्टेबल ने शिकायत में बताया कि, बीते 21 फरवरी को मुझे पता चला कि आरोपी का एक अन्य महिला के साथ संबंध था, जिसके साथ उसने गुपचुप तरीके से शादी की थी। जब मैंने आरोपी से बात की तो उसने मुझे धमकाना शुरू कर दिया।
इस घटनाक्रम के बाद मैंने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया। फिर वह मुझे धमकाने और मामले में दबाव बनाने के लिए मेरे पुलिस स्टेशन के बाहर दिखने लगा। तभी मैंने मामले की जानकारी थाना प्रभारी को दी। इसके अलावा, प्राथमिकी में महिला ने बताया है कि एक दिन जब वह रात में अपने कमरे में लौटी तो उसे आरोपी का फोन आया कि वह कमरे से बाहर आए, ताकि उसके दोस्त और वह उसे (महिला) सबक सिखा सकें।
हालांकि, इस मामले में अब 70 दिनों के बाद आरोपी पुलिसकर्मी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। गिरवां थाने के थाना प्रभारी मनोज कुमार ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा, “एक महिला कांस्टेबल ने पुलिस वाले पर आरोप लगाया था, जिस पर मामला दर्ज किया गया था। अब आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।”