देश की मशहूर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से बीते एक सप्ताह से गायब रिसर्च स्कॉलर मन्नान वानी को यूनिवर्सिटी से सस्पेंड कर दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार सुरक्षा एजेंसियों को शक है वह आंतकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है। मामले में संस्थान के चीफ प्रोक्टर मोहम्मद मोहसिन खान ने बताया कि वाणी को सोशल मीडिया में एके-47 के साथ उसकी तस्वीर वायरल होने के बाद सस्पेंड किया गया है।

प्रोफेसर खान ने आगे बताया, ‘हालांकि वानी के खिलाफ आधिकारिक सबूत नहीं मिला है कि वह आतंकी संगठन में शामिल हो गया है। पूर्व में वह यूनिवर्सिटी और हॉस्टल में नियमित आता रहा है।’ उन्होंने आगे बताया कि यूनिवर्सिटी परिसर में छानबीन के बाद भी उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है।

गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी ने मन्नान वानी को ऐसे में समय में सस्पेंड किया जब सोशल मीडिया में उसकी तस्वीर वायरल हुई। इसमें कहा गया कि 25 साल का पीएचडी स्कॉलर वाणी हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है। वानी की जो तस्वीर वायरल हुई उसमें वह एके-47 लिए खड़ा है। हालांकि तस्वीर वायरल होने के बाद वानी के परिजन ने उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई है। ये शिकायत जम्मू-कश्मीर पुलिस के समक्ष दर्ज कराई गई है।

रिपोर्ट के अनुसार कश्मीर निवासी वानी पिछले सप्ताह वापस अपने घर लौट रहा था। लेकिन वह घर नहीं पहुंचा। उसकी आखिरी लोकेशन राजधानी दिल्ली बताई गई है।

बता दें कि इससे पहले जम्मू-कश्मीर के आईजीपी ने कहा था कि सुरक्षा बल अभी तक पुख्ता नहीं कर सके हैं कि वानी हिजबुल में शामिल हो गया है। वहीं वायरल हो रही तस्वीर पर उनसे सवाल पूछा गया था तो उन्होंने बताया कि ऐसा फोटोशॉप से भी किया जा सकता है। जानकारी के लिए बता दें कि मन्नान वानी कश्मीर के ताकीपोरा गांव का निवासी है जो एएमयू से पीएचडी कर रहा था।