अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का नाम एक बार फिर से विवादों में आ गया है। इस बार विवाद किसी पोस्टर या तस्वीर को लेकर नहीं बल्कि खाने के कारण है। विश्वविद्यालय के हॉस्टल में रहने वाले हिंदू छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। छात्रों का कहना है कि उन्हें जिस तेल में तली हुई पूड़ी खिलाई गई, उसी तेल में पहले मीट को तला गया था।
कई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ये शिकायत अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एसएस नॉर्थ हॉल में रहने वाले छात्रों की है। कुछ हिंदू छात्रों ने मेस संचालक पर आरोप लगाया है कि उसने पहले तेल में मीट को तला और उसके बाद उसी तेल में पूड़ियां तलना शुरू कर दिया। ये जानकारी जैसे ही छात्रों को मिली वह भड़क उठे।
छात्रों ने इस घटना के संबंध में उप कुलपति से लिखित शिकायत की। लेकिन जब इस पर कार्रवाई नहीं हुई तो छात्रों ने इस मामले की जानकारी मीडिया को दी। छात्रों का आरोप है कि वह इस प्रकार की घटना से खुद को अपमानित और मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि शाकाहारी छात्रों के लिए भोजन की व्यवस्था अलग से की जाए।
बताया जा रहा है कि ये वाकया विश्वविद्यालय परिसर में बने एसएस नार्थ हॉल में 26 नवंबर को हुआ था। छात्रों का आरोप है कि मेस संचालक ने रात में गर्म तेल में मीट के टुकड़ों को तला था। इसके बाद सुबह उसने उसी तेल में सब्जी और पूड़ी को तलना शुरू कर दिया। हॉस्टल में मौजूद शाकाहारी छात्र ये गोलमाल देखकर भड़क उठे।
भड़के हुए शाकाहारी छात्रों ने इस पूरी घटना की सूचना प्रॉक्टर को दी। लेकिन आरोप है कि उन्होंने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। इसके बाद छात्रों ने एएमयू के वीसी को मेल पर इस घटना की सूचना दी। लेकिन फिर भी जब कोई एक्शन नहीं हुआ तो छात्रों ने मीडिया को इस घटना की सूचना दे दी। अब छात्रों की मांग है कि विश्वविद्यालय का प्रशासन हिंदू छात्र-छात्राओं की भावनाओं को आहत करने के लिए उनसे माफी मांगे। वहीं छात्रों ने कोई भी एक्शन न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।