अयोध्या के बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के रुख पर नरमी के संकेत देने वाले बोर्ड के सदस्य मौलाना सैय्यद सलमान हुसैनी नदवी को निष्कासित कर दिया गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के अनुसार बोर्ड के अन्य सदस्य कासिम इलियास ने कहा है कि एआईएमपीएलबी अपने पिछले रुख पर कायम है। उन्होंने आगे कहा कि मस्जिद भेंट, बेची या स्थानांतरित नहीं की जा सकती है। चूंकि सलमान सर्वमत स्टैंड के खिलाफ गए हैं इसलिए उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है।
Committee announced AIMPLB Board will continue with its old stand that Mosque cannot be gifted, sold or shifted. Because Salman Nadwi has gone against this unanimous stand, he has been expelled: Qasim Ilyas (AIMPLB member) on Salman Nadwi pic.twitter.com/VsU6GmD6e0
— ANI (@ANI) February 11, 2018
बता दें कि पिछले दिनों श्री श्री रविशंकर से मुलाकात के बाद सलमान हुसैनी नदवी ने कहा था कि इस्लाम में दूसरी जगह पर मस्जिद बनाने का प्रावधान है। नदवी के इस बयान को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की दिशा में सकारात्मक संकेत के तौर पर देखा गया था। श्री श्री से मुलाकात के बाद नदवी ने कहा था, ‘हमलोगों ने खास तौर पर राम मंदिर और बाबरी मस्जिद से जुड़े मसलों पर चर्चा के लिए बैठक की, ताकि कोई समाधान निकाला जा सके। इससे पूरे देश में संदेश भी जाएगा। हमारी प्राथमिकता लोगों के दिलों में बसना है। कोर्ट का फैसला संवैधानिक कदम होगा, लेकिन कोर्ट लोगों का दिल नहीं जीत सकता है। फैसला किसी एक के पक्ष में तो दूसरे के खिलाफ आएगा। हम चाहते हैं कि दोनों पक्ष खुशी-खुशी कोर्ट से बाहर आएं।’
दरअसल श्री श्री रविशंकर और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पूर्व प्रतिनिधि के बीच ऐसे समय मुलाकात हुई, जब सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ इस मामले पर सुनवाई कर रही है। शीर्ष अदालत ने स्पष्ट किया है कि कोर्ट के लिए यह मसला सिर्फ भूमि पर अधिकार से जुड़ा है।

