Accident in banke bihari mandir: मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में जन्माष्टमी की रात हुई मौतों की जांच के लिए योगी सरकार ने कमेटी गठित की है। कमेटी इस बात की जांच करेगी कि यह घटना किन हालातों में हुई और इसके लिए कौन जिम्मेदार है? साथ ही कमेटी को 15 दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। इस कमेटी के अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह हैं जबकि अलीगढ़ के कमिश्नर गौरव दयाल इस कमेटी के सदस्य हैं।
अपर मुख्य सचिव गृह विभाग अवनीश अवस्थी की ओर से इस कमेटी का गठन किया गया है। उनकी ओर से जारी पत्र में कहा गया, “जनपद मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में दिनांक 20 अगस्त को प्रातः आरती के समय हुई घटना की पूरी जांच और घटना किन कारणों से हुई, तथा भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं ना घटे, इसके लिए मंदिर परिसर में क्या-क्या सुधार व व्यवस्थाएं आवश्यक हैं, इसके लिए कमेटी गठित की गई है।”
इस दौरान यह भी कहा गया कि श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए आने वाले समय में मंदिर की व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ कैसे किया जाए, उसके लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है।
बता दें कि 20 अगस्त की रात मथुरा जिले के वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर में भगदड़ मचने से 2 लोगों की मृत्यु हो गई थी। दरअसल मंदिर परिसर में भीड़ अधिक होने के चलते कई श्रद्धालुओं का दम घुटने लगा और इस दौरान वे बेहोश होकर गिरने लगे। मंगला आरती के समय यह घटना हुई। साल में एक ही बार जन्माष्टमी के दिन मंगला आरती होती है। प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई है। कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिसमें साफ़ दिखाई दे रहा है कि जब घटना हुई, उस वक्त प्रशासन के लोग खड़े होकर वीडियो बना रहे थे और सेल्फी लेने में मस्त थे।
बताया जाता है कि मंदिर परिसर में 800 लोगों के अंदर जाने की क्षमता है, लेकिन इससे करीब 50 गुना अधिक श्रद्धालु मंदिर के अंदर पहुंच गए थे। इससे लोगों का दम घुटने लगा और यह हादसा हुआ। इस हादसे में एक महिला और एक पुरुष की मौत हो गई, जबकि 8 श्रद्धालु घायल हो गए। जब यह घटना हुई तब मथुरा जिले के डीएम, एसपी और कमिश्नर भी मंदिर परिसर में ही मौजूद थे।
