भ्रष्टाचार को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस की नीति का दावा करते हैं। कई मौकों पर देखा भी गया है कि सरकार ने भ्रष्टाचार को लेकर कड़े कदम उठाए हैं। योगी आदित्यनाथ ने दुबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भ्रष्टाचार के आरोप में कई बड़े अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की है। कुछ हफ्ते पहले ही सरकार बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र के जिला अधिकारी को सस्पेंड कर दिया था। लेकिन योगी मंत्रिमंडल में मंत्री और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने एक ऐसा बयान दे दिया जिस पर विवाद खड़ा हो गया है।
स्वतंत्र देव सिंह उत्तर प्रदेश सरकार में जल शक्ति मंत्री हैं और झांसी के गरौठा में वह सिंचाई विभाग से संबंधित परियोजनाओं की जांच करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान एक कनाल में गंदगी दिखाई दी, जिस पर वह अधिकारी पर भड़क गए और वहीं पर उस अधिकारी को फटकार लगा दी। अधिकारी को फटकार लगाते हुए स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि पैसे कमाना कोई बुरी बात नहीं है। लेकिन पूरा का पूरा पैसा डकार जाना बुरी बात है।
स्वतंत्र देव सिंह ने आगे कहा कि लगभग सभी नहरों की स्थिति यही है। मैं अभी कुछ दिन पहले जालौन में नहरों की सफाई की स्थिति देखने गया था, वहां भी यही स्थिति थी। पैसा आते ही सफाई का काम करवाया जाए। कहीं पर गंदगी नहीं रहनी चाहिए।
स्वतंत्र देव सिंह के वीडियो पर विपक्ष भी योगी सरकार पर तंज कस रहा है। सपा मुखिया और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने वीडियो को शेयर करते हुए ट्वीट कर लिखा कि, “सुनिए भाजपाई मंत्री का प्रवचन, कैसे है ‘भ्रष्टाचार’ बिना कुछ काम, पूरा पैसा डकार गये ये है बुरी बात।”
वहीं सपा के प्रवक्ता आई पी सिंह ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा कि, “सिंचाई मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह आज पूर्व मंत्री महेन्द्र सिंह के भ्र्ष्टाचार पर सवाल खड़े किए। भ्र्ष्टाचार हुआ नहरें तक साफ नहीं हुई। पैसा कमाना बुरी बात नहीं लेकिन पूरा बजट डकार जाना ठीक नहीं। ये बात उन्होंने सिंचाई विभाग के एक इंजीनियर से कही। इसका मतलब पीछे जमकर लूटपाट हुई है।”
स्वतंत्र देव सिंह यूपी में योगी आदित्यनाथ के करीबी नेताओं में शुमार है और वर्तमान में यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। योगी आदित्यनाथ की पहली सरकार में भी स्वतंत्र देव सिंह मंत्री रह चुके थे। उस दौरान उन्होंने परिवहन विभाग की जिम्मेदारी का निर्वहन किया था।