उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए औरैया के जिला अधिकारी सुनील कुमार वर्मा को सस्पेंड करने का आदेश दे दिया। सीएम योगी ने इसके साथ ही सुनील वर्मा के खिलाफ विजिलेंस जांच का भी आदेश दिया। योगी आदित्यनाथ के इस आदेश के बाद प्रदेश की नौकरशाही में हड़कंप मच गया। वहीं सीएम की इस कार्रवाई के बाद बीजेपी के इटावा से सांसद राम शंकर कठेरिया ने इटावा डीएम के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की। पिछले हफ्ते ही सीएम योगी ने सोनभद्र डीएम और गाजियाबाद एसएसपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित किया था।
इटावा से बीजेपी सांसद राम शंकर कठेरिया ने इटावा जिलाधिकारी श्रुति सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए ट्वीट कर लिखा कि, “औरैया जिलाधिकारी सुनील वर्मा को आज उत्तर प्रदेश सरकार ने सस्पेंड किया। बहुत ही सराहनीय फैसला। सुनील वर्मा महाभ्रष्ट, जिलाधिकारी औरैया की तरह इटावा जिलाधिकारी की भी जाँच होनी चाहिए।”
बता दें कि चुनाव से पहले बीजेपी सांसद कठेरिया ने ही औरैया DM के खिलाफ शिकायत की थी और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। बीजेपी सांसद ने सुनील वर्मा पर आरोप लगाये थे कि औरैया DM की खनन माफियाओं से सांठगाठ है और प्रतिदिन जालौन रोड से 1 हजार से अधिक ओवरलोड ट्रक DM के निर्देश पर पास कराये जाते हैं और उनसे वसूली की जाती है।
औरैया DM पर क्यों हुई कार्रवाई: औरैया DM सुनील कुमार वर्मा पर भ्रष्टाचार और ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप लगें हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने बताया कि, “उन्हें (सुनील कुमार वर्मा) ड्यूटी में लापरवाही बरतने और भ्रष्टाचार के लिए निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विजिलेंस जांच के आदेश दिए गए हैं। बता दें कि सुनील वर्मा 2013 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं और रायबरेली जिले के रहने वाले हैं।
तीसरे बड़े अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई: दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सीएम योगी अधिकारियों पर काफी सख्त नजर आ रहें हैं। पिछले 5 दिनों के अन्दर ये तीसरी बड़ी कार्रवाई है। इसके पहले सोनभद्र के डीएम और गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार के खिलाफ भी सीएम कार्रवाई कर उन्हें निलंबित कर चुके हैं।