आगरा में कोविड-19 रोगियों की ऑक्सीजन आपूर्ति कथित रूप से काटकर मॉकड्रिल करने संबंधी वीडियो क्लिप वायरल होने के मामले में जिलाधिकारी ने मंगलवार को श्री पारस अस्पताल को सील करने तथा अस्पताल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिये हैं। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने हालांकि ऑक्सीजन की कमी से 22 लोगों की मौत की खबर को गलत बताया।
अस्पताल के मालिक डॉ.अरिंजय जैन के वीडियो हाल ही में वायरल हुए थे। इनमें जैन को पांच मिनट के लिए कोविड मरीजों की ऑक्सीजन बंद करने की मॉकड्रिल किये जाने की बात कहते सुना जा सकता है। वीडियो वायरल होने के बाद मंगलवार को जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज श्री पारस अस्पताल पहुंचे। जिलाधिकारी सिंह ने अस्पताल को सील करने के साथ ही संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज दर्ज करने के निर्देश दिये हैं। अस्पताल में भर्ती 55 मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया है।
डीएम ने यह भी कहा कि ऑक्सीजन की कमी से 22 लोगों की मौत की खबर निराधार है। कथित वीडियो 28 अप्रैल 2021 का बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुराना रिकॉर्ड जांचने पर अस्पताल में 25 अप्रैल को 149 ऑक्सीजन सिलेंडर थे और 20 सिलेंडर रिजर्व थे। उन्होंने कहा कि इसी तरह 26 अप्रैल को 121 ऑक्सीजन सिलेंडर थे और रिजर्व सिलेंडर 15 थे। 27 अप्रैल को 117 ऑक्सीजन सिलेंडर थे और रिजर्व सिलेंडर 16 थे।
#WATCH | Dr Arinjay Jain, owner of Agra's Paras Hospital, who is in centre of a controversy over a viral video, says, "There was mock drill. We conducted a clinical assessment to check how we can maintain a patient at minimum level of oxygen. News of 22 deaths are baseless". pic.twitter.com/8UZNBiwVzQ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 8, 2021
सिंह ने कहा कि उपरोक्त सिलेंडर वहां भर्ती मरीजों के लिहाज से पर्याप्त थे। जिलाधिकारी ने कहा कि ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति की पांच मिनट की कथित मॉकड्रिल करना एवं यह कहना कि मोदी नगर स्थित प्लांट में ऑक्सीजन समाप्त हो गयी है, इससे भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई। इस कार्य को महामारी अधिनियम का उल्लंघन मानते हुए विधिक कार्यवाही की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि थाना न्यू आगरा में उक्त घटना की विवेचना हेतु मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। तत्काल प्रभाव से श्री पारस हॉस्पिटल को सील करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी, आगरा को यहां भर्ती 55 मरीजों को सही ढंग से विभिन्न अस्पतालों में उपचार हेतु शिफ्ट करने के निर्देश दिये गये हैं।
इस संबंध में श्री पारस अस्पताल के संचालक डॉ.अरिंजय जैन ने कहा, “जिलाधिकारी पीएन सिंह ने निर्देश दिये हैं कि अस्पताल के खिलाफ चलने वाली जांच प्रक्रिया के कारण किसी भी मरीज की भर्ती पर रोक है। अस्पताल को सील किया जा रहा है। इसके लिए मैं तैयार हूं और जब तक मैं निर्दोष साबित नहीं हो जाता तब तक मैं इसके लिए तैयार हूं।” उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल के खिलाफ षड्यंत्र किया गया है।