उत्तर प्रदेश में दोबारा योगी सरकार के बनने के बाद बुलडोजर एक बार फिर से शुरू हो गया है। प्रदेश के लगभग हर एक जिले में अवैध निर्माण पर कार्यवाही जारी है। ताजा मामला लखनऊ के हजरतगंज का है जहां पर एक बीएसपी नेता के अवैध अपार्टमेंट पर एलडीए ने कार्यवाही की है और अपार्टमेंट पर बुलडोजर चलाया है। वहीं बिल्डर ने दावा किया है कि उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया और मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
दरअसल हजरतगंज में याजदान बिल्डर्स की एक इमारत है ,जिसकी कीमत 50 करोड़ बताई जाती है। एलडीए का दावा है कि यह इमारत अवैध रूप से बनी है। आज तड़के सुबह ही प्रशासन ने इस इमारत पर बुलडोजर चलवा दिया। प्रशासन ने कहा कि कई बार नोटिस देने के बाद भी बिल्डर्स की ओर से कोई जवाब नहीं आया और यह निर्माण पूरी तरह से अवैध है, इसलिए इसे गिराया जा रहा है। वहीं याजदान बिल्डर्स के अधिवक्ता ने कहा है कि प्रशासन ने अवैध निर्माण को लेकर किसी भी प्रकार का नोटिस नहीं दिया है।
बता दें कि याजदान बिल्डर्स बीएसपी नेता फहद याजदान की कंपनी है, जो बिजनौर जिले से ताल्लुक रखते हैं। जिस बिल्डिंग पर एलडीए ने कार्यवाही की है उस बिल्डिंग को फहद याजदान के भाई फहीम याजदान ने बनवाया था। बीएसपी नेता फहद याजदान बसपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं और वर्तमान में भी वह बसपा में ही है।
वहीं एलडीए की कार्यवाही पर याजदान बिल्डर्स के अधिवक्ता ने समाचार चैनल एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि, “यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है और कल रात तक हमें कोई नोटिस नहीं मिला था। अभी तक भी हमें कोई नोटिस नहीं मिला है। यह (प्रशासन) लोग रात को आए और उन्होंने लोगों से कहा कि आप कमरों को खाली कर दीजिए, हमें बिल्डिंग गिरानी है। हम सुबह ही कोर्ट में गए और कोर्ट ने कहा कि जब मामला ऐसा है और यह पेंडिंग है तो हम तत्काल सुनवाई करेंगे और मामले को आज ही हियरिंग के लिए लगाया गया है।
बता दें कि योगी सरकार की बुलडोजर कार्रवाई पूरे देश में प्रसिद्ध हो गई है और कई अन्य राज्य भी इसे अपना रहें हैं। चुनाव के दौरान यह बड़ा मुद्दा भी बना था। उस दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अभी बुलडोजर शांत है और सरकार बनने के बाद बुलडोजर फिर से शुरू हो जाएगा।