उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कुंभ मेला की शुरुआत होने वाली है। कुंभ को भव्य बनाने के लिए प्रदेश सरकार अनेकों इंतजाम कर रही है। इस बीच मेला क्षेत्र में तीर्थयात्रियों के लिए बनाए गए केंद्रीय अस्पताल में एक महिला ने पुत्र को जन्म दिया है। दिलचस्प बात यह है कि घर वालों ने जन्मे शिशु का नाम ‘प्रयाग’ रखा है। अस्पताल के कर्मचारी भी अब उसे प्रयाग पुत्र के नाम से बुला रहे हैं। फिलहाल जच्चा-बच्चा दोनों की सेहत ठीक है। मेला प्रभारी एडी हेल्थ डॉ. अशोक कुमार पालीवाल का कहना है कि प्रसूता को जननी सुरक्षा योजना का लाभ दिलाया जाएगा।

बताया जा रहा है कि मिर्जापुर के गडबड़धाम निवासी कल्लू स्वास्थ्य विभाग में प्राइवेट कर्मचारी के तौर काम करता है। संगम तट पर उसकी सफाई में ड्यूटी लगाई गई है। कल्लू अपनी पत्नी रजनी के साथ सफाई कर्मचारियों के लिए बनाई गई अस्थायी कॉलोनी में रहता है। सोमवार सुबह जब गर्भवती रजनी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो पति कल्लू ने उसे केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया। यहां सामान्य प्रसव से रजनी ने एक बच्चे को जन्म दिया। डॉक्टरों के मुताबिक जच्चा-बच्चा दोनों ही स्वस्थ हैं। शिशु का वजन करीब 2.5 किलो है। साथ ही डॉक्टरों की टीम दोनों की खास देखभाल कर रही है। कुंभ मेला क्षेत्र में बच्चे के जन्म को यादगार बनाने के लिए माता-पिता ने उसका नाम ‘प्रयाग’ रखा है। जो कि अब चर्चा का विषय बना हुआ है।

अस्पताल के एडी हेल्थ डॉ. अशोक कुमार पालीवाल ने बताया कि प्रसूता रजनी को जननी सुरक्षा योजना का लाभ दिलाए जाने के लिए सीएमओ को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बैंक खाता संबंधी जानकारी उपलब्ध कराते ही बची औपचारिकताएं भी पूरी हो जाएंगी। अस्पताल के डॉक्टर शक्ति बसु के अनुसार कुंभ में केंद्रीय अस्पताल 24 घंटे सेवा दे रहा है। प्रसव के साथ सभी तरह की बीमारियों का इलाज किया जा रहा है।