उत्तरप्रदेश के सरकारी कार्यालयों की हकीकत परखने प्रदेश के मंत्री ने खुद सोमवार को औचक निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान कानपुर के सरकारी कार्यालय की भद्दी तस्वीर उनके सामने आई। जब उत्तरप्रदेश लघु उद्योग निगम में लघु उद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी निरीक्षण को पहुंचे तो उन्हें आधे से ज्यादा स्टाफ गैर हाजिर मिला। बताया जा रहा कि इसी दौरान देर से कार्यालय पहुंचे कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए मुख्य द्वार पर बाहर से ताला लगाकर मंत्री को कार्यालय के अंदर बंद कर दिया।

लघु उद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी आज सुबह 9.45 बजे कानपुर के फजलगंज स्थित उप्र लघु उद्योग निगम कार्यालय पहुंचे। यहां उन्हें निरीक्षण में कर्मचारी नदारद मिले। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्री ने करीब दस बजे मुख्य द्वार को अंदर से बंद करा दिया था। बताते है कि कर्मचारियों ने जब मुख्य द्वार पर अंदर से ताला देखा तो वह समझ गए कि उन पर कार्रवाई होना तय है। जिसके चलते कर्मचारियों ने मंत्री के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी जिससे गेट खुल सके पर मंत्री के आदेश के चलते वहां पर मौजूद कर्मचारी गेट खोलने को तैयार नहीं हुये। इस पर बाहर घूम रहे कर्मचारियों ने गेट पर दूसरा ताला लगा दिया। मंत्री के स्टाफ के कहने पर भी कर्मचारी ताला खोलने को तैयार नहीं थे।

जैसे ही मंत्री को कैद किए जाने की सूचना पुलिस को मिली तो दलबल के साथ पुलिस ने पहुँचकर ताला खुलवाया और मंत्री को बाहर निकाला। बताया जा रहा है कि कानपुर में दो सप्ताह पूर्व लघु उद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम (यूपीएसआईसी) निरीक्षण कर कर्मचारियों को सुधरने की हिदायत दी थी।

निरीक्षण के दौरान प्रबंध निदेशक केदारनाथ सिंह का दफ्तर भी बंद था। मंत्री को देखने के बाद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने जेनरेटर चालू करके कार्यालयों में लाइट जलाई। जाँच के दौरान मंत्री को प्रथम तल पर चार-पांच चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी ही उपस्थित मिले। किसी अधिकारी को न देखकर मंत्री ने तुरंत प्रमुख सचिव भुवनेश्वर कुमार को फोन लगाकर स्थिति से परिचित कराया। इसपर प्रमुख सचिव ने उन्हें बताया कि प्रबंध निदेशक चुनावी ड्यूटी में मध्य प्रदेश गए हैं। अधिकारियों की टेबिल पर फाइलों के ढेर लगे थे। इस पर मंत्री ने नाराजगी जताई और कहा कि इससे जाहिर होता है कि फाइलों का निस्तारण समय से नहीं किया जा रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लघु उद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने करीब दस बजे मुख्य द्वार को अंदर से बंद करा दिया था। उपस्थिति रजिस्टर देखने के बाद उन्हें कुछ ही कर्मचारियों के हस्ताक्षर मिले। इसके बाद उन्होंने निर्माण अनुभाग, कार्मिक अनुभाग, कम्प्यूटर कक्ष, लेखा विभाग आदि का भी निरीक्षण किया। मंत्री पचौरी ने सभी रजिस्टर मंगाकर उन पर क्रॉस लगा दिए और सभी गैरहाजिर अधिकारी-कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। बताते है कि कर्मचारियों ने जब मुख्य द्वार पर अंदर से ताला देखा तो वह समझ गए कि उनपर कार्रवाई होना तय है। जिसके चलते कर्मचारियों ने मंत्री के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर बाहर से दरवाजे पर ताला लगा दिया। जिसके बाद भारी फोर्स की मदद से गेट खुलवाकर मंत्री को बाहर निकलवाया गया।