उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी समाजवादी पार्टी को पंचायत चुनावों में राज्य के कुछ हिस्सों में भारी झटका लगा है। पार्टी के मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं के कई रिश्तेदार चुनाव हार गये हैं। मतदान चार चरणों में हुआ और मतगणना सोमवार को हुई।
मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी ने इन चुनावों में प्रभावशाली प्रदर्शन कर सबको चौंका दिया। जिला पंचायत चुनावों में पार्टी समर्थित अधिकांश उम्मीदवार जीत गये। पंचायत चुनाव किसी पार्टी के चुनाव निशान पर नहीं लड़े जाते लेकिन पार्टियां उम्मीदवारों को अपना समर्थन देती हैं।
जिला पंचायतों के 3112 पदों तथा ब्लॉक पंचायत के 77576 पदों के लिए चुनाव हुए। कड़ी सुरक्षा के बीच 819 ब्लॉक मुख्यालयों पर मतगणना हुई। जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत चुनावों में पहली बार उम्मीदवारों का समर्थन करने वाली भाजपा कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ सकी। ये परिणाम इस लिहाज से भी अहम हैं कि ये विधानसभा चुनाव से लगभग डेढ़ साल पहले आये हैं।
भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि परिणामों से पता चलता है कि राज्य की जनता विशेषकर गांव की आबादी ने भ्रष्ट और निष्प्रभावी सपा सरकार को ‘बाय बाय’ करने का फैसला कर लिया है। उनका आरोप है कि इन चुनावों में सरकारी मशीनरी का जमकर दुरुपयोग किया गया।
लगातार ब्रेकिंग न्यूज, अपडेट्स, एनालिसिस, ब्लॉग पढ़ने के लिए आप हमारा फेसबुक पेज लाइक करें, गूगल प्लस पर हमसे जुड़ें और ट्विटर पर भी हमें फॉलो करें