उत्तर प्रदेश के गोंडा में गरीबी की मार झेल रही एक महिला ने अपनी सास का अंतिम संस्कार किया। बता दें कि महिला का पति और गंभीर बीमारी से पीड़ित है और इस वक्त मुंबई में अपना इलाज करा रहा है। ऐसे में घर में किसी अन्य सदस्य के ना होने के चलते बहु ने ही अपनी सास का अंतिम संस्कार किया। इस घर में गरीबी का ये हाल है कि इन लोगों को खाने के भी लाले पड़े हुए थे। बहरहाल अब देवीपाटन मंडल के आयुक्त खुद महिला के घर पहुंचे हैं और उन्हें थोड़ी आर्थिक मदद दी।
मामला वजीरगंज बभनी गांव का है, जहां रहने वाली महिला गुड़िया की करुण कहानी सुनकर देवीपाटन मंडल के आयुक्त (कमिश्नर) सुधेश कुमार ओझा शनिवार दोपहर महिला की मदद व्यक्तिगत तौर पर करने उसके घर पहुंच गए। महिला की गरीबी और दयनीय हालत देखकर आयुक्त स्वयं अवाक् रह गए। गुड़िया की सास का देहांत अभी कुछ ही दिन पूर्व हो गया था। मुखाग्नि देने वाला घर में कोई नहीं था। गुड़िया का पति स्वयं गंभीर बीमारी से पीड़ित है और उसका इलाज मुंबई में चल रहा है। मुसीबत की मारी गुड़िया ने स्वयं अपनी सास को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया और वह स्वयं मरणोपरांत के कर्मकांडों में भी लगी है।
समाचापत्रों में प्रकाशित खबरों का संज्ञान लेते हुए आयुक्त गुड़िया के घर पहुंचे और उसे अपनी तरफ से एक बोरी चावल, एक बोरी आटा, दस किलो दाल तथा नगद रुपये दिए और हर प्रकार की मदद का भरोसा दिया। आयुक्त ने वजीरगंज के बीडीओ को भी लाचार महिला की मदद करने का निर्देश दिया। उन्होंने क्षेत्र के संभ्रांतजनों से भी अपील की है कि वे महिला की दयनीय स्थिति को देखते हुए मदद के लिए आगे आएं।