उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में इंटीरियर डिजाइनर तरुण पंवार हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार तरुण की हत्या फ्लैट के लिए की गई थी। इस हत्याकांड को तरुण की कथित प्रेमिका अंजलि के बहनोई अक्षय ने अंजाम दिया था। दरअसल हुआ यह था कि अक्षय ने अंजलि के नाम पर एक फ्लैट ले रखा था और उसे डर था कि अंजलि अपना फ्लैट अपने कथित प्रेमी तरुण को दे सकती है।

इसी बात के डर से अक्षय ने पूरी साजिश रची और उसने बुलंदशहर निवासी पवन को यह बात बताई। पवन ने अपने साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया। इस मामले में पुलिस ने पवन, वंश और अंजलि को गिरफ्तार किया है। अंजलि राजनगर एक्सटेंशन की औरा कायमेरा सोसाइटी की हेल्प डेस्क मैनेजर है।

अंजलि और तरुण की बातचीत से नाखुश था अक्षय

जब पवन से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने कहा कि वह अंजलि को पसंद करता है और तरुण भी अंजलि के संपर्क में था। पवन ने बताया कि उसने अंजलि से बात की और उसके बाद तरुण की हत्या की साजिश रची। इस हत्याकांड में अंजलि के जीजा अक्षय और अपने दोस्तों को भी पवन ने शामिल किया। अंजलि के अक्षय से भी संबंध थे और उसने अपने मोबाइल में तरुण का नंबर लड़की के नाम से सेव किया हुआ था। जब यह बात अक्षय को पता चली तो वह अंजलि से नाराज हो गया और वह भी हत्याकांड में शामिल हो गया।

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केवल अपहरण की थी योजना लेकिन…

पुलिस पूछताछ में पवन ने बताया कि अक्षय ने अंजलि के नाम पर एक फ्लैट ले रखा था और उसे चिंता होने लगी थी कि वह तरुण के साथ ना रहने लगे और अपना फ्लैट उसके नाम ना कर दे। इसके बाद अक्षय ने पवन से तरुण को रास्ते से हटाने के लिए कहा। पुलिस पूछताछ में पवन ने यह भी बताया कि उसकी योजना केवल तरुण का अपहरण करके उसे धमकाने की साजिश थी। लेकिन हालात ऐसे बन गए कि उसकी हत्या करनी पड़ी।

पुलिस पूछताछ में पवन ने बताया कि अक्षय ने उससे कहा था कि किसी तरह तरुण को अंजलि से दूर करना है। दरअसल तरुण शादीशुदा था लेकिन उसका अपनी पत्नी से झगड़ा चल रहा था और अलग रहता था। इसी तरह अंजलि का भी अपने पति से झगड़ा था और वह उससे अलग रहती थी। अक्षय स्थिति को देखकर चिंता करने लगा कि कहीं दोनों साथ में न रहने लगे और अंजलि अपना फ्लैट उसके नाम ना कर दें। अक्षय ने पवन को कहा था कि तरुण को इतना डरा देना है कि वह अंजलि को फोन भी ना करें। इसके बाद तरुण का अपहरण करके उसे पीटने की सारी रची गई और इस दौरान अंजलि को भी साथ रखा गया।

लाश के 6 टुकड़े

पवन ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जब तरुण की हत्या हो गई तो उसके बाद उन्होंने लाश को कार से बुलंदशहर के गांव लेकर पहुंचे। इसके बाद लाश के 6 टुकड़े किए गए। पहले दोनों पैर काटे गए, फिर दोनों हाथ काटे गए और फिर गर्दन और धड़ को अलग किया गया। पवन ने बताया कि गर्दन फावड़े से नहीं कट रही थी तो उन्होंने दरांती मंगाई और उसे काटी गई। पुलिस ने औरंगाबाद से पैर बरामद किया है। बाकी हिस्सों की तलाशी की जा रही है।