उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के एक टावर में सोमवार दोपहर भीषण आग लग गई। जब यह हादसा हुआ उस दौरान बिल्डिंग के अंदर कई लोग मौजूद थे। हालांकि पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने बचाव अभियान शुरू किया और सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। गाजियाबाद के डीसीपी ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि किसी को चोट नहीं आई है।
शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी आग
डीसीपी गाजियाबाद सिटी राकेश कुमार ने कहा, “बहुमंजिला इमारत में आग लग गई। प्रथम दृष्टया आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी। लिफ्ट भी खराब हो गई। बचाव कार्य बहुत तेजी से चलाया गया। आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया है। कोई हताहत नहीं हुआ है।”
बताया जा रहा है कि आग इतनी भीषण थी कि पूरी मंजिल और सीढ़ियों पर धुएं का गुबार भर गया। इससे लोगों के बाहर निकलने का रास्ता बंद हो गया था। इसके बाद दमकल विभाग के कर्मचारियों ने हाइड्रोलिक सीढ़ी का उपयोग किया और खिड़कियां तोड़कर लोगों को रेस्क्यू किया गया। इसके अलावा रस्सी के सहारे भी लोगों को नीचे उतारा गया।
800 झुग्गियां जलकर खाक, 2 बच्चों की दर्दनाक मौत; सिलेंडर ब्लास्ट से रोहिणी में लगी थी भीषण आग
डीसीपी ने बताया कि बिल्डिंग से 60 से 70 लोगों को रेस्क्यू किया गया। हालांकि कुछ लोगों की धुएं के कारण तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया। आग लगने के दौरान टावर के अंदर करीब 100 लोग मौजूद थे। कुछ लोग शुरू में खुद से बाहर आ गए थे जबकि बाकी लोगों को प्रशासन ने सुरक्षित रेस्क्यू कर बाहर निकाला।
दिल्ली में 800 झुग्गियां जलकर खाक
इससे पहले रविवार को दिल्ली के रोहिणी में भीषण हादसा हुआ था। यहां पर एक सिलेंडर ब्लास्ट हुआ। इसके बाद करीब 800 झुग्गियों में आग लग गई। सभी झुग्गियां जलकर राख हो गई। आग की सूचना मिलने पर तुरंत फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। यह घटना रोहिणी सेक्टर 17 की थी। इस घटना में दो बच्चों की भी मौत हुई है। साथ ही 5 लोग घायल हुए। करीब 5 एकड़ में फैली 800 से अधिक झुग्गियां जलकर खाक हो गई। उन्होंने कहा कि आग पर पूरी तरह से काबू पाने में 3 घंटे से अधिक का समय लगा।