उत्तर प्रदेश में रॉबर्ट्सगंज लोकसभा से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद छोटे लाल खरवार के ठीक बाद बीजेपी के एक और सांसद ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मोर्चा खोला है। इटावा से सांसद अशोक कुमार धोरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस संबंध में चिट्ठी लिखकर योगी सरकार की शिकायत की है। उन्होंने कहा है कि सूबे में दलितों को निशाना बनाया जा रहा है। पुलिस दलितों को पकड़-पकड़कर पीट रही है।
आपको बता दें कि इससे पहले खरवार ने पीएम को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने गुहार लगाई कि वह जब सीएम के पास किसी समस्या को लेकर मिलने पहुंचे तो उन्हें डांट-फटकार कर भगा दिया गया। 45 वर्षीय सांसद के अनुसार, वह दो बार योगी से मिले। मगर सहायता मिलने की जगह उन्हें अपमान का सामना करना पड़ा था।
BJP के दलित MP की PM से गुहार, CM योगी ने बेइज्जत कर डांटकर भगाया, अब कहां जाएं सरकार?
ताजा मामले में धोरे बोले, “यूपी में जान-बूझकर दलित निशाने पर लिए जा रहे हैं। भारत बंद (दो अप्रैल) के बाद से पुलिस उनके खिलाफ मामले दर्ज कर रही है। उनका दावा है कि पुलिस दलितों के घर में घुसकर उन्हें बाहर लाती है और फिर पिटाई करती है। धोरे का कहना है, “मैंने जब पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही तो मुझ पर ही जातिसूचक टिप्पणी की गई।”
खरवार ने इससे पहले अपने पत्र में लिखा था कि उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के गुंडाराज (शासनकाल) में अपने भाई जवाहर खरवार को चंदौली जिले के नौगढ़ ब्लॉक के प्रमुख पद पर बीजेपी उम्मीदवार के रूप में जितवाया था। लेकिन जब राज्य में बीजेपी की सरकार आई तो पार्टी सांसद के ही भाई को साजिशन ब्लॉक प्रमुख पद से हटवा दिया गया।
सांसद ने आगे लिखा था कि उनके भाई की जगह भूमाफिया और गुंडा की पत्नी को ब्लॉक प्रमुख के पद पर बैठा दिया गया। पत्र में उन्होंने यह भी दावा किया था कि उनके भाई का दोष सिर्फ इतना है कि उसने दलित होते हुए भी सामान्य सीट पर जीत दर्ज की थी।