उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आज सम्पन्न हुई कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर निर्णय लिए गए। लोकभवन में आयोजित इस बैठक के दौरान 2013 में आयोजित कुंभ के दौरान रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ की जांच रिपोर्ट यूपी विधानसभा में पेश करने का भी निर्णय लिया गया। अखिलेश सरकार के दौरान हुए इस हादसे की जांच रिपोर्ट 6 सालों से फ़ाइलों में बंद थी।
दरअसल, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकार के कार्यकाल के दौरान साल 2103 में कुंभ मेला में रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के दौरान 42 लोगों की मौत हो गई थी। जिसपर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि कुंभ में हुई इस दुर्घटना की न्यायिक जांच की रिपोर्ट को सदन में रखा जायेगा। उन्होंने बताया कि पूर्व की सरकार को 14 अगस्त 2014 को रिपोर्ट दी गई थी लेकिन उसपर कोई भी निर्णय नहीं लिया है। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि हमने कमेटी के सुझाव पर काम किया है। प्रयागराज स्टेशन में हुए इस हादसे के बाद तत्कालीन रेल मंत्री ने कहा था कि हादसा रेलिंग टूटने से नहीं बल्कि ज्यादा भीड़ जमा होने से हुआ है।
कैबिनेट की बैठक में सुरक्षा की दृष्टि से सरकार ने फैसला लिया है कि कुंभ के दौरान ट्रेनों के प्लेटफॉर्म नहीं बदले जाएंगे। इसके साथ ही प्लेटफॉर्म के चौड़ीकरण का कार्य भी किया जा रहा है। मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के अनुसार पूर्व की सरकार में हुए हादसों से सीख लेते हुए हमारी सरकार न्यायिक जांच में सुझाए गए बिंदुओं पर काम कर रही है। इसके अलावा प्रदेश सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में मत्स्य आखेट नीति पर भी निर्णय लिया साथ ही पंचम राज्य वित्त आयोग की सिफारिशों पर निर्णय लिया है।