उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो सवाल पूछने पर पत्रकारों पर झल्ला उठे और पत्रकारों को पत्रकारिता छोड़ नेतागीरी करने की सलाह देते नजर आ रहे हैं। दरअसल, उप मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र कौशांबी में सरायइनाइत इलाके में कुछ दिनों पहले पत्रकारों पर हमले हुए थे। इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

इसी बावत जब डिप्टी सीएम से पूछा गया तो वो झल्ला उठे। पत्रकारों ने लिखित शिकायत दी बावजूद उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ये वीडियो कब और कहां का है? ये साफ नहीं हो सका है। वीडियो में साफ दिख रहा है और सुनाई दे रहा है कि एक पत्रकार डिप्टी सीएम से पूछ रहा है, “सरायइनाइत के पीड़ित पत्रकार जो पिटे हैं उनके साथ कैसे न्याय होगा सर?’ इस पर सत्ता के नशे में चूर मौर्य झल्ला उठे। उन्होंने कहा, “पत्रकारिता छोड़कर नेतागीरी करो। एक बार बताए कि हम अप्लिकेशन ले चुके हैं, तो तुम बार-बार वही नेतागीरी कर रहे हो।”

समाजवादी पार्टी के नेता अनुराग भदौरिया ने इस मामले पर कहा कि राज्य में भाजपा के शासनकाल में न महिलाएं सुरक्षित हैं, न आम आदमी , न ही पुलिस वाला। उन्होंने कहा कि भाजपा राज में अपराध चरम पर है। भदौरिया ने कहा कि जिस दिन केशव मौर्य आम आदमी बनकर चलें तो हकीकत का पता चल जाएगा, अभी तो वो उप मुख्यमंत्री की हैसियत से लाव लश्कर के साथ चल रहे हैं।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में हाल के दिनों में पत्रकारों पर हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं। इसके अलावा कई पत्रकारों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है। साल 2013 से 2019 के अंदर पत्रकारों पर हमले के 63 केस दर्ज किए गए हैं। इस दौरान कई पत्रकार की जान भी गई है। साल 2020 में पत्रकारों पर हमले और बढ़ गए हैं। पीलीभीत, बलिया और गाजियाबाद की घटना इसका उदाहरण है।