उत्तर प्रदेश के एटा में श्रीमदभागवत कथा के बीच कंस वध का वृतांत दिखाने के लिए असल में गोलियां चल गईं। आरोप है कि रविवार (18 नवंबर) की रात फायरिंग में एक 14 साल के मासूम के सीने में गोली लग गई थी। घटना के कुछ ही क्षणों बाद उसने कार्यक्रमस्थल पर दम तोड़ दिया। मौके पर मौजूद लोगों को मामले की जानकारी हुई, तो वहां अफरा-तफरी मच गई। वहीं, मृतक के परिजन का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। घटना के फौरन बाद पुलिस को इस बारे में सूचना दी गई, जिसके बाद वहां एएसपी, सीओ समेत जसरथपुर थाना पुलिस पहुंची।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला यहां के भदुइया मठ गांव से जुड़ा है। शाम को मंदिर के पास कथा हो रही थी, जिसमें पेड़ के पास कंस का पुतला टंगा था। लोग उसे मारने के लिए फायरिंग कर रहे थे। उसी दौरान एक गोली प्रदीप के लग गई, जिसके बाद मौके पर हाहाकार मच गया। फौरन उसे नजदीक के अस्पताल ले जाया गया, मगर तब तक काफी देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

परिजन ने इसके बाद स्थानीय पुलिस अधिकारियों को पूरा मामला बताया गया, जिस पर एएसपी संजय कुमार, अलीगंज के सीओ अजय भदौरिया व थाना पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने एएनआई को बताया, “कथा में कंस वध के दौरान बच्चे को गोली लगी। शिकायत के आधार पर मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। हमारी ओर से कार्रवाई की जा रही है। बच्चे को जो गोली लगी, वह किसने चलाई? यह हम पता लगा रहे हैं।”

हर्ष फायरिंग के चलते हुई अनहोनी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इलाके में इस प्रकार की घटना तब सामने आई है, जब सुप्रीम कोर्ट इस मसले पर पूर्व में रोक के आदेश भी जारी कर चुका है। मासूम की मौत से पहले तीन नवंबर को रिजोर इलाके में हर्ष फायरिंग के कारण एक युवक की मौत हो गई थी।