उत्तर प्रदेश में प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (UPPET) देने के लिए आवंटित केंद्रों तक पहुंचने के लिए लाखों छात्रों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। यूपी के विभिन्न शहरों के रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर बड़ी संख्या में छात्रों की भीड़ शुक्रवार और शनिवार को देखी गई और काफी मुश्किल से छात्र अपने परीक्षा केंद्र तक पहुंच पाए। यह परीक्षा अभ्यर्थी को राज्य सरकार की ग्रुप सी की नौकरी के आवेदन के लिए पात्र बनाती है।

कुल 4 शिफ्ट में यह परीक्षा आयोजित की जा रही है। शनिवार को दो शिफ्ट और रविवार को दो शिफ्ट में यह परीक्षा हो रही है। शनिवार की परीक्षा संपन्न हो चुकी है, वहीं रविवार की अब एक शिफ्ट की परीक्षा बाकी है।

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा आयोजित परीक्षा के लिए कुल 37.58 लाख उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। राज्य भर के 1,899 केंद्रों में प्रत्येक शिफ्ट में लगभग 9 लाख उम्मीदवारों को इस परीक्षा में शामिल होना था। शनिवार को पहली शिफ्ट में 66 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई, जबकि दूसरी शिफ्ट में 67 प्रतिशत परीक्षार्थी शामिल हुए।

सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो में राज्य भर में ट्रेनों और बसों में भारी भीड़ दिखाई दे रही है, जिसमें उम्मीदवारों को समय पर अपने केंद्रों तक पहुंचने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।

परीक्षा देने आए सचिन यादव ने समाचार चैनल यूपी तक से बात करते हुए कहा कि परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन परीक्षा केंद्र पर कोई समस्या नहीं हुई। एक छात्र ने कहा कि परीक्षा के नाम पर वैकेंसी जीरो है। पिछले साल भी परीक्षा को हमने दिया था लेकिन कोई वैकेंसी आई ही नहीं। हालांकि उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्र पर कोई समस्या नहीं है लेकिन यात्रा के लिए काफी मुसीबत का सामना करना पड़ा।

शनिवार को परीक्षा देने वाले गाजीपुर निवासी दीपक यादव (22) ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि वह प्रयागराज में अपने परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए कई ट्रेनों में सवार नहीं हो पाए थे। उन्होंने कहा, “मुझे प्रयागराज के लिए कई ट्रेनों का इंतजार करना पड़ा जो मेरे घर से 200 किमी से अधिक दूर है। मैं अपने गांव के 15 उम्मीदवारों के समूह में यात्रा कर रहा था। अंत में, मैं किसी तरह गंगा-कावेरी एक्सप्रेस पर चढ़ने में कामयाब रहा। यह उम्मीदवारों से खचाखच भरा हुआ था और खड़े होने के लिए भी पर्याप्त जगह नहीं थी। यह सबसे कठिन यात्रा थी लेेकिन यह परीक्षा महत्वपूर्ण थी।”

लखनऊ विश्वविद्यालय से बीए करने वाले और मऊ के मूल निवासी मनीष सिंह (23) ने कहा कि वह रविवार को परीक्षा छोड़ने पर विचार कर रहे थे। उन्होंने कहा, “मेरी परीक्षा रविवार को कुशीनगर में है। भीड़भाड़ वाली ट्रेनों और बसों की तस्वीरें देखने के बाद, मैं इसे छोड़ने की सोच रहा हूं। कुशीनगर में भी बाढ़ जैसी स्थिति है और हो सकता है कि मैं समय पर परीक्षा केंद्र न पहुंच पाऊं।”

UPSSSC के चेयरमैन प्रवीर कुमार ने कहा, “हमने दो सप्ताह पहले रेलवे और यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) के साथ योजना साझा कर दी थी। यूपीएसआरटीसी ने 6,500 बसें तैनात की हैं। हमने रेलवे के विभिन्न जोनल प्रमुखों को ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने के लिए भी कहा था।”