समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव के सहयोगी और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के प्रमुख जयंत चौधरी बुधवार को उत्तर प्रदेश (यूपी) के रामपुर में सपा के सीनियर मुस्लिम नेता आजम खान के परिवार से मिले। रोचक बात है कि उनका आजम के परिजन से मिलने का पहले से कोई तय प्लान नहीं था, मगर अचानक वहां पहुंचकर उन्होंने सियासी गलियारों की सरगर्मियां और बढ़ा दीं। आजम के परिवार वालों से हुई मीटिंग को उन्होंने सामाजिक मुलाकात करार दिया, पर इस बैठक को कई तरह से देखा जा रहा है।
सूत्रों के हवाले से कुछ टीवी मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि चौधरी ने आजम के घर वालों से करीब एक घंटा बात-चीत की। वह वहां बेटे अब्दुल्ला आजम से मिले। साथ ही अपना सियासी कार्ड भी खेल दिया। बताया गया कि उन्होंने इस दौरान आजम के परिवार को गठबंधन का ऑफर भी दे दिया। जयंत ने इस दौरान पिछली तीन पीढ़ियों के रिश्ते का हवाला भी दिया। कहा कि आजम खान साहब के साथ अजित सिंह के भी अच्छे संबंध रहे हैं।
आजम के यहां चौधरी के जाने के बाद सियासी गलियारों में दो किस्म थ्योरी पर चर्चा है। पहली- जयंत अखिलेश का संदेसा ले आजम के परिवार से मिले, जबकि दूसरी थ्योरी में कहा जा रहा है कि हो सकता है वहां उन्होंने अपना फ्यूचर प्लान रखा हो। रामपुर जाने से पहले यह पूछे जाने पर कि क्या आजम के परिवार को आरएलडी में आने का ऑफर देंगे? चौधरी ने मीडिया वालों को जवाब दिया- ऐसा नहीं है।
बहरहाल, यह भेंट ऐसे वक्त पर हुई है, जब आजम खान के मीडिया प्रभारी ने सपा और अखिलेश पर सवालिया निशान लगाते हुए दावा किया था कि वह जेल में बंद हैं, फिर उनकी कोई मदद नहीं की जा रही है।
आजम के मीडिया प्रभारी की तरफ से मोर्चा खोलने के बाद असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम की तरफ से आजम खान के परिवार को सांत्वना दी गई थी। आगे भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर के कहने पर आजाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अब्बास गाजी भी आजम परिवार से मिले थे। इस बीच, सूत्रों के हवाले से कुछ क्षेत्रीय चैनलों ने बताया कि चंद्रशेखर भी सीतापुर जेल में बंद आजम से भेंट कर सकते हैं।