यूपी के उन्नाव में एक बलात्कार पीड़िता के साथ मारपीट और उसके बच्चों को जलाने का मामला सामने आया है। हैरत में डाल देने वाली बात यह है कि ऐसा करने वाले दोनों लोग बलात्कार के इस ही मामले के आरोपी हैं। 

वह जमानत से रिहा हुए और पीड़िता पर केस वापस लेने का दबाव बनाने लगे और उसके 2 मासूम बच्चों को आग के हवाले कर दिया। पीड़िता और उसकी मां के हाथ और पैर में चोट के गहरे निशान देखे गए हैं। घटना मौरावां थाना क्षेत्र के एक गांव की बतायी जा रही है। पीड़िता ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। 

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सुशील श्रीवास्तव के मुताबिक घटना में दुष्कर्म पीड़िता का मासूम बेटा 35 फीसदी और उसकी बहन 45 फीसदी झुलस गई है। हालत बिगड़ने पर दोनों बच्चों को बेहतर इलाज के लिए कानपुर भेज दिया गया है। 

पुलिस का क्या कहना है? 

 एनडीटीवी की खबर के मुताबिक सर्किल ऑफिसर पुरवा संतोष सिंह ने कहा कि बलात्कार पीड़िता के पिता पर उसके दादा और चाचा ने कुल्हाड़ी से हमला किया था, वह आरोपी का पक्ष ले रहे थे, यह बात उसकी मां द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक सामने आई है। पीड़िता के पिता फिलहाल गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। 

पुलिस ने कहा कि दलित लड़की के साथ 13 फरवरी 2022 को सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। उसी साल सितंबर में उसने एक बेटे को जन्म दिया था। पीड़िता की मां ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी बेटी के नवजात बेटे को खत्म करने के लिए उनके घर में आग लगा दी गई। 


द क्विंट की खबर के मुताबिक पीड़िता परिवार की तहरीर पर 7 लोगों के खिलाफ IPC की धारा 323, 147, 436 के तहत FIR दर्ज हुई है. FIR में 7 आरोपी नामजद हैं।  पुलिस ने अब तक एक आरोपी राजबहादुर उर्फ राजकिशोर को गिरफ्तार किया है।