बलिया में सपा विधायक और पुलिस के बीच तू-तू मैं-मैं हो गई और बात औकात तक आ गई। दरअसल पूरा मामला बलिया के फेफना से सपा विधायक संग्राम सिंह यादव के बेटे से जुड़ा हुआ है। सपा विधायक संग्राम सिंह यादव के बेटे ने बलिया रेलवे स्टेशन के सामने बने पुलिस चौकी के सामने अपनी गाड़ी पार्क कर दी। चौकी पर बलिया शहर कोतवाली प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह बैठे हुए थे।
कोतवाली प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह ने विधायक के बेटे को अपनी लग्जरी गाड़ी पार्किंग में पार्क करने को कही और पुलिस पिकेट के सामने से हटाने को कहा। इस पर विधायक बेटे भड़क गए और उनकी पुलिस कर्मियों के साथ बहस हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि कुछ देर बाद सपा विधायक संग्राम सिंह यादव भी अपने बेटे का पक्ष लेने पुलिस पिकेट पर पहुंच गए।
सोशल मीडिया पर बहस का वीडियो वायरल हो रहा है और इसमें विधायक के बेटे पुलिस कर्मियों से बहस करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान विधायक बेटे पुलिस से यह भी कह रहे हैं कि आप गोली मारोगे, मारो गोली। वहीं जब संग्राम सिंह यादव पुलिसकर्मियों के पास पहुंचते हैं, तब वह बेटे को बुलाते हैं और पूछते हैं कि क्या हुआ था? इसके बाद उनका बेटा उनसे कहता है कि कोतवाली प्रभारी ने उनको बेइज्जत करने की कोशिश की।
विवाद के बाद सपा विधायक संग्राम सिंह यादव ने स्थानीय मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा, “कोतवाली प्रभारी ने उनके बेटे से वाहन हटाने को कहा था और इसके बाद उनका बेटा वाहन हटाने के लिए तैयार भी हो गया। लेकिन फिर कोतवाली प्रभारी ने उनके बेटे को अपशब्द कहा और उन्हें और उनके बेटे को देख लेने की धमकी दी। कोतवाली प्रभारी ने यह भी कहा कि सपा की सरकार नहीं है। हम इस मामले की शिकायत पुलिस के बड़े अधिकारियों से करेंगे।”
वहीं जांच के बाद सपा विधायक संग्राम सिंह यादव के बेटे के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। विधायक बेटे पर सरकारी कामकाज में बाधा पहुंचाने का आरोप लगा है। गुरुवार को पुलिस और विधायक के बीच हुई झड़प का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए थे। इस मामले में कोतवाल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ है।