सामूहिक बलात्कार के मामले में फ़रार चल रहे सपा नेता व उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बीती फरवरी के महीने में पति से विवाद का समझौता कराने गई युवती के साथ सपा नेता संजय शर्मा व उसके एक साथी ने युवती के साथ गैंगरेप किया और अपने रसूखों के चलते मामला दर्ज नहीं होने दिया। मामला तब सामने आया जब युवती 5 महीने की गर्भवती हो गई। जिसके बाद अदालत के आदेश पर सपा नेता व उसके साथी पर गैंगरेप का मुक़दमा दर्ज किया गया।
यहाँ के सलेमपुर थाना क्षेत्र के गाँव कैलावन की रहने वाली एक युवती अपने पति से तकरार के बाद अप्रैल 2015 में अपने मायके आ गई थी।युवती के पिता ने ससुरालियों से समझौते के लिए गाँव के पूर्व प्रधान और समाजवादी पार्टी के नेता संजय शर्मा से मदद की गुहार लगाई थी।मदद की तलाश में आई युवती से संजय शर्मा ने उसी के घर में घुसकर बलात्कार किया। इतना ही नहीं सपा नेता ने अपने साथी मम्मन शर्मा के साथ मिलकर युवती के साथ दूसरी बार बलात्कार किया और युवती के ससुराल और मायके वालों को जान से मारने की धमकी देकर उसे मुंह बंद रखने के लिए कहा।
इसके बाद युवती के मायके वालों ने उसके पति से समझौता कराकर उसे ससुराल भेज दिया। ससुराल में जब उसकी तबियत बिगड़ी तो पति ने डॉक्टर के कहने पर उसका अल्ट्रासाउंड टेस्ट कराया। टेस्ट के मुताबिक युवती 5 महीने की गर्भवती निकली। जबकि पति का घर छोड़े उसे 10 महीने हो चुके थे। पति ने जब सख्ती से पूछा तो पीड़िता ने अपनी आपबीती सुनाई। मामले में पीड़ित दंपति पुलिस के पास गए लेकिन सपा नेता के सियासी रसूखों के चलते पुलिस ने उनका केस ही दर्ज नहीं किया।
इसके बाद अदालत की शरण लेने के बाद अदालत के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज कर फ़रार बलात्कार के आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। बुधवार को पुलिस ने फरार चल रहे सपा नेता संजय शर्मा व उसके साथी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।