Atiq Ahmed: मारे गए माफिया डॉन अतीक अहमद के प्रयागराज के चकिया स्थित कार्यालय में खून के धब्बे और एक चाकू मिला है। यह सब देखकर पुलिस भी हैरान है। पुलिस को अतीक के कार्यालय की सीढ़ियों पर खून के धब्बे के निशान भी दिखाई दिए। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि यह खून किसका है। अतीक अहमद के इस ऑफिस पर 2017 में प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाया था।

जांच के लिए बुलाई गई FSL टीम

प्रयागराज की पुलिस सोमवार (24 अप्रैल, 2023) को अतीक अहमद के दफ्तर पहुंची तो सीढ़ियों से छत तक खून के छीटें मिले। पुलिस को खून से सना चाकू-दुपट्टा मिला। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। प्रयागराज एसीपी सत्येंद्र प्रसाद तिवारी ने बताया, ‘आज ही हमें सूचना मिली की (अतीक अहमद के)चकिया स्थित कार्यालय में खून के धब्बे दिख रहे हैं। हमने जांच के लिए FSL की टीम बुलाई है। नीचे सीढ़ी के पास लाल रंग के खून नुमा धब्बे दिख रहे हैं और अंदर किचन के पास भी खून के धब्बे दिख रहे हैं। हम जांच कर रहे हैं।’

15 अप्रैल को अतीक-अशरफ की कर दी गई थी हत्या

15 अप्रैल को अतीक और उसके भाई अशरफ की तीन शूटरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। शूटरों ने अतीक-अशरफ पर उस वक्त गोलियां बरसाईं,जब पुलिस टीम दोनों को प्रयागराज में मेडिकल जांच के लिए ले जा रही थी। पूरी शूटिंग कैमरे में लाइव कैद हुई। उमेश पाल हत्याकांड में अतीक आरोपी था।

उमेश पाल की 24 फरवरी को हुई थी हत्या

24 फरवरी को बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अगले दिन धूमनगंज थाने में अतीक, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, सहयोगी गुलाम और गुड्डू मुस्लिम और नौ अन्य के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया गया था। उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े छह आरोपी अब तक मारे जा चुके हैं। जिसमें अतीक और उसका बेटा असद भी शामिल है।

2017 में प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने अतीक के दफ्तर पर चलाया था बुलडोजर

माफिया अतीक के चकिया स्थित इस दफ्तर पर 2017 में प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाया था। इसके बाद से दफ्तर वीरान हो गया था, लेकिन यहीं से अतीक अपने गैंग को चला रहा था। उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस ने इसी दफ्तर में छापेमारी करके 72 लाख रुपये कैश के साथ 10 असलहे, 112 कारतूस और छह मोबाइल बरामद किया था।

यूपी पुलिस को अभी तक शाइस्ता का नहीं लगा कोई सुराग

वहीं उमेश पाल हत्याकांड के 58 दिन बाद भी अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन का अभी तक पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। सवाल उठ रहा है कि क्या अतीक से जुड़ा कोई सफेदपोश नेता है, जो शाइस्ता की भी मदद कर रहा? एक बिल्डर पर भी पुलिस की नजर है, जो अतीक का मददगार रहा है?सूत्रों के मुताबिक, अब शाइस्ता पर इनाम बढ़ाने की भी तैयारी हो रही है। शाइस्ता पर इनाम 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार किया गया था। अब उस इनाम को बढ़ाकर एक लाख करने की तैयारी चल रही है।