उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में जिला प्रधान संघ और स्थानीय लोगों ने बिलापुर सर्किल ऑफिसर (सीओ) के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। आरोप है कि उन्होंने मरौरी खास गांव के ग्राम प्रधान संजीव अवस्थी को कथित अपराधी गुड्डू के पैरों तले नाक रगड़वाने के लिए मजबूर किया। अंग्रेजी अखबार ‘टीओआई’ की खबर के मुताबिक, गुड्डू स्थानीय मंदिर के परिसर में अवैध तरीके से रहता है। हालांकि, इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
ग्राम प्रधान अवस्थी और बीजेपी विधायक राम शरण वर्मा ने अखबार को बताया, सीओ विनीत सिंह के साथ बिलसांडा एसएचओ रविंद्र कुमार बुधवार को गांव आए थे, ताकि मंदिर की जमीन से जुड़ा विवाद सुलझाया जा सके।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस अफसर गुड्डू के कहने पर आए थे, जो कि “कई संगीन गतिविधियों में अपराधी के तौर पर शामिल” रहा है। विधायक का दावा है कि सीओ सिंह ने प्रधान को बुलाया और निर्देश दिया कि वह पहले गुड्डे के पैर छुएं और फिर तीन बार उनके पैरों तले अपनी नाक को रगड़ें।
वर्मा ने बताया, “मैंने एडिश्नल चीफ सेक्रेट्री, गृह, रजनीश अवस्थी, डीजीपी एचसी अवस्थी और पीलीभीत के एसपी जय प्रकाश यादव को खत लिखा है, जिसमें सीओ के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की है।” उन्होंने इसके अलावा ग्राम प्रधान संघ की तत्काल एक बैठक बुलाई है, जिसमें वह अपने समर्थकों और स्थानीय निवासी शुक्रवार को आगे की रणनीति तय करेंगे।
घटना की निंदा करते हुए प्रधान संघ में जिलाध्यक्ष आशुतोष दीक्षित ने अखबार से कहा- हमने ऐलान किया है कि हम लड़ेंगे और यह लड़ाई तब तक चलेगी, जब तक सीओ के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित नहीं करा दी जाती है।
मामले के बारे में पूछे जाने पर एसएचओ कुमार ने बताया, “चार दिन पहले ही उन्होंने पुलिस स्टेशन का प्रभार संभाला है और उन्हें गुड्डे की आपराधिक गतिविधियों के बारे में नहीं मालूम है।” वहीं, पीलीभीत के एसपी यादव ने कहा- मैंने एडिश्नल एसपी पवित्र मोहन त्रिपाठी को गांव जाकर आरोपों की जांच करने व संबंधित लोगों के बयान दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।