लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में अहिमामऊ स्थित स्वास्तिका सिटी में रास्ते पर कब्जे आरोप में पूर्व सांसद धनंजय सिंह, जौनपुर के विकासखंड महाराजगंज की ब्लॉक प्रमुख मांडवी सिंह के पति विनय सिंह, उनके सरकारी गनर समेत 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जमीन कब्जा, धमकी देने और एससी/एसटी एक्ट समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इससे पहले लापरवाही के आरोप में थाना प्रभारी उपेंद्र सिंह को लाइन हाजिर किया जा चुका है।

क्या है पूरा मामला?

यह पूरा मामला स्वास्तिका सिटी की बीस फुट चौड़ी सड़क पर कथित अतिक्रमण कर उसपर दीवार निर्माण को लेकर है। आरोप है कि निर्माण कार्य के दौरान ब्लॉक प्रमुख पति विनय सिंह ने धनंजय सिंह का नाम लेकर स्थानीय निवासियों को धमकाया।

विनय ने जान से मारने की दी थी धमकी

एफआईआर के मुताबिक विनय सिंह ने लोगों को कहा था कि जिसे चाहूंगा जान से मरवा दूंगा। आगे कहा गया कि विनय ने लाइसेंसी राइफल निकालकर कौशल तिवारी को जान से मारने की नियत से दौड़ा लिया और फिर रामू को जाति सूचक गालियां दी। इसके बाद विनय सिंह ने भी रामू को पिटकर जमीन पर गिरा दिया। हमले में रामू बेहोश हो गए।

पीड़ित पक्ष के मुताबिक, सार्वजनिक मार्ग को अवरुद्ध कर दबंगई दिखाकर निर्माण कराया जा रहा था, जिसका विरोध करने पर उन्हें डराया-धमकाया गया। इसके अलावा, विनय सिंह ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को फोन लगाया और फिर फोन पर धनंजय से बात कराने की कोशिश की। स्थानीय लोगों ने बात करने से मना करते हुए इसका वीडियो भी बना लिया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

पुलिस भी आई थी सवालों के घेरे में?

विवाद के दौरान ही यूपी पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई थी। आरोप है कि सुशांत गोल्फ सिटी थाने के तत्कालीन एसएचओ उपेंद्र सिंह ने पीड़ित पक्ष के खिलाफ ही मामला दर्ज किया। इसके बाद पीड़ितों ने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की। इधर घटना से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए थे। वीडियो के वायरल होने पर पुलिस प्रशासन हरकत में आया।

यह भी पढ़ें: पूर्व सांसद धनंजय सिंह को हाई कोर्ट से झटका, जानें क्या है 23 साल पुराना मामला?