उत्तराखंड की अधिकारी ने यूपी पुलिस पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश पुलिस निर्दोषों को पकड़ कर कहती है कि केस सॉल्व हो गया है। उत्तराखंड एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (गृह) राधा रतुड़ी के इस आरोप से दो राज्यों के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। यूपी पुलिस ने रतुड़ी के इस बयान को गैरजिम्मेदाराना और आधारहीन बताया है।
रतुड़ी की यह टिप्पणी उधम सिंह नगर जिले के स्थानीय बीजेपी नेता गुरतेज भुल्लर की पत्नी गरप्रीत भुल्लर की मौत के बाद आया है। यूपी पुलिस की टीम हिस्ट्रीशीटर जफर को पकड़ने के लिए उनके घर पहुंची थी, जिसमें गुरप्रीत भुल्लर को गोली लगी और उनकी मृत्यु हो गई।
रतूड़ी ने सोमवार (17 अक्टूबर, 2022) को देहरादून में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, “अपराध को हल किया जाना चाहिए और सही तरीके से हल किया जाना चाहिए। किसी निर्दोश को पकड़ना भी नहीं चाहिए, ये भी गलत है। कई बार यूपी पुलिस क्या करती है, किसी निर्दोश व्यक्ति को पकड़कर वो कहती है हमने केस सॉल्व कर दिया। ये भी गलत है। एक बेगुनाह को सजा दोगे तो 99 अपराधी पैदा होंगे। एक अपराध की उचित जांच होनी चाहिए और केवल दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए।”
उधम सिंह नगर घटना के बाद उत्तराखंड पुलिस ने यूपी पुलिस पर आरोप लगया था कि उसे ऑपरेशन को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई थी, लेकिन यूपी पुलिस कह रही है कि उसने जानकारी दी थी। मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गईं।
रतूड़ी के बयान पर उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी), कानून और व्यवस्था, प्रशांत कुमार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह गैर-जिम्मेदार और निराधार बयान है। उन्होंने कहा, “उत्तराखंड एसीएस होम ने तथ्यों की जांच किए बिना एक गैर जिम्मेदाराना बयान जारी किया है। एक सिविल सेवक को ऐसे बयानों से बचना चाहिए, खासकर जब आप सबसे बड़े और सबसे संवेदनशील राज्य से संबंधित मामले को लेकर बोल रहे हो। ये बयान खेदजनक और निराधार है।”
प्रशांत कुमार के बयान के बाद रतूड़ी ने सफाई देते हुए कहा कि उनका मतलब था कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। रतूड़ी ने कहा, “प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उचित जांच के विषय पर चर्चा हुई… कोई भी निर्दोष व्यक्ति फंसाया नहीं जाना चाहिए और पुलिस को केवल जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।”
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने एक ऑडियो बयान में कहा कि रतूड़ी का मतलब लोगों का विश्वास जीतने के लिए झूठे मामलों पर पूर्ण अंकुश लगाना था। यूपी पुलिस बहुत पेशेवर फोर्स है। हम रोजाना बातचीत करते हैं और आपसी तालमेल से अपराधियों को पकड़ते हैं।