उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रिवर बैंक कॉलोनी के एक पार्क में मोबाइल टावर लगाने को लेकर रिलायंस कंपनी विवाद में घिर गई है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने रिलायंस को नोटिस भेजकर हफ्ते भर में जवाब मांगा है। आरोप है कि कंपनी ने पार्क की दीवार तोड़कर रातोंरात वहां मोबाइल टावर लगा दिया। स्थानीय मीडिया के मुताबिक बीते 6 दिसंबर की रात टावर लगाने के लिए कथित तौर पर पार्क की दीवार तोड़ दी गई। जानकारी मिलने पर पुलिस ने मौके पर जाकर काम रुकवा दिया लेकिन सुबह लोगों को वहां टावर लगा मिला। कहा जा रहा है कि मामले में नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं, एएसआई की तरफ से 8 दिसंबर को वजीरगंज थाने में तहरीर दी गई लेकिन पुलिस ने भी कार्रवाई करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। एएसआई इंचार्ज मनोज कुमार ने मौके का मुआयना कर पाया कि टावर को तय मानकों के खिलाफ लगाया गया। कहा जा रहा है कि शुरू में पुलिस का रवैया उदासीन रहा। फिलहाल मामले को लेकर कार्रवाई तेज बताई जा रही है।

बीते शनिवार (29 दिसंबर) को रिलायंस प्रबंधन को भेजे नोटिस में एएसआई ने एक सप्ताह में जवाब देने के लिए कहा है। एएसआई ने चेतावनी दी है कि संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर डीएम को इसकी रिपोर्ट दी जाएगी और धवस्तीकरण रिपोर्ट जारी कर टावर को हटाया जाएगा। वजीरगंज थाने की तरफ से कहा गया है कि शनिवार को मामले को लेकर तहरीर मिल गई थी, जांच शुरू कर दी गई है। वजीरगंज थाने के इंस्पेक्टर पंकज सिंह ने मीडिया को बताया, ”एएसआई की तरफ से शनिवार को नई तहरीर सौंपी गई है। हमारी तरफ से जांच के आदेश हो गए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद एफआईआर दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी।

वहीं, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के इंचार्ज मनोज सिंह ने कहा, ”कंपनी ने गलत तरीके से टावर लगाया है। हमने वजीरगंज थाने पर नए सिरे से तहरीर दी है। इसके साथ ही रिलायंस प्रबंधन को भी नोटिस जारी कर उनसे स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। एक सप्ताह का समय दिया गया है। इसके बाद कार्रवाई होगी।”