हिंदी नहीं पसंद करने वालों को विदेशी बोलने और जो लोग हिंदी नहीं बोलते हैं उन्हें देश छोड़कर जाने के लिए कहने वाले योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद सेल्फी लेने वालों पर भड़क गए। रविवार (1 मई 2022) को मऊ जिले में समीक्षा बैठक करने पहुंचे मंत्री ने कार्यकर्ताओं के साथ सेल्फी लेने वालों को डांटते हुए कहा कि अपने मंत्री को इतना सस्ता मत बना दो कि इज्जत ही खत्म हो जाए।

मऊ के जिला प्रभारी संजय निषाद से जब मीडिया ने उनके ‘हिंदी ना जानने वाले देश छोड़कर चले जाएं’ बयान पर सवाल पूछा तो इस बात को अनसुना करते हुए वह दूसरे सवाल का जवाब देने लगे। इसके बाद दोबारा फिर वही प्रश्न करने पर वह वहां से चले गए। इस दौरान जिला मुख्यालय पर पहुंचने के बाद मऊ स्थित सरकारी डाक बंगले में उन्होंने पहले कार्यकर्ताओं से भेंट कर उनकी समस्याएं सुनीं।

स्कूल का किया औचक निरीक्षण: वहीं जिले में कदम रखने से पहले एक सरकारी मॉडल स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे संजय निषाद को स्कूल ही बंद मिला। नगर क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय में औचक निरीक्षण करने पहुंचे संजय निषाद स्कूल में ताला लगा देखकर हतप्रभ रह गए। मंत्री ने तुरंत ही कंपोजिट विद्यालय में कार्यरत शिक्षिकाओं को निलंबित करने के निर्देश बीएसए को दिए। इसके साथ ही संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।

देशभर में हिंदी भाषा पर जारी विवाद के बीच बयान देते हुए कहा था, “जिन्हें हिंदी से ऐतराज है उन्हें भारत छोड़ देना चाहिए। जो भारत में रहना चाहते हैं, उन्हें हिंदी से प्यार करना होगा। अगर आपको हिंदी पसंद नहीं है तो यह मान लिया जाएगा कि आप विदेशी हैं या विदेशी शक्तियों से जुड़े हुए हैं.”

हिंदी नहीं बोलने वालों के लिए हिंदुस्तान में जगह नहीं: संजय निषाद ने कहा था, “हिंदुस्तान उन लोगों के लिए जगह नहीं है जो हिंदी नहीं बोलते हैं। उन्हें इस देश को छोड़कर कहीं और जाना चाहिए।” निषाद ने कहा था कि कानून के हिसाब से हिंदी हिंदुस्तान की भाषा है। हमारे मन में सभी भाषाओं के लिए सम्मान है, लेकिन कानून का उल्लंघन करने वालों को सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए। भले ही वह कितना भी बड़ा राजनेता क्यों ना हो।