उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर जिले से एक आईएएस अधिकारी रिंकू सिंह राही का तबादला हो गया। उन्होंने पुवायां तहसील में गंदगी फैले होने को सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर लिया था और उठक-बैठक लगाकर माफी मांगी थी। अब आईएएस अधिकारी रिंकू सिंह राही का तबादला बुधवार को लखनऊ स्थित राजस्व परिषद में कर दिया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
प्रदेश सरकार ने मामले से जुड़ा एक वीडियो वायरल होने के एक दिन बाद यह कार्रवाई की। शाहजहांपुर के जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि उपजिलाधिकारी रिंकू सिंह राही को अब पदमुक्त कर दिया गया। रिंकू सिंह राही को मंगलवार को ही पुवायां तहसील में तैनात किया गया था। उन्होंने बताया कि तहसील परिसर के निरीक्षण के दौरान रिंकू सिंह राही ने परिसर में कूड़ा-कचरा, गंदे शौचालय और कुछ लोगों को खुले में पेशाब करते देखा।
रिंकू सिंह राही ने उदाहरण स्थापित करने के लिए सजा के तौर पर गंदगी फैलाने वालों को उठक-बैठक करने का निर्देश दिया। बाद में हड़ताल पर बैठे वकीलों के एक समूह से मिलते समय रिंकू सिंह राही से सजा के बारे में पूछा गया। वकीलों ने कहा कि तहसील परिसर में फैली गंदगी के लिए प्रशासन भी उतना ही दोषी है। रिंकू सिंह राही ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए विनम्रता दिखाई और वकीलों के सामने कान पकड़कर उठक-बैठक लगाई।
आईएएस अधिकारी रिंकू सिंह ने क्या कहा?
आईएएस अधिकारी रिंकू सिंह राही ने बाद में पीटीआई को बताया था कि इसका उद्देश्य बेहतर सार्वजनिक व्यवहार को प्रोत्साहित करना था। रिंकू सिंह राही ने बताया, “जब मैंने लोगों को शौचालयों के पास पेशाब करते देखा, तो मैंने उनसे शौचालयों का उपयोग करने के लिए कहा। जब उन्होंने मना कर दिया, तो मैंने उनसे उठक-बैठक लगवाई।”
आईएएस अधिकारी रिंकू सिंह राही ने वकीलों के साथ हुई घटना के बारे में कहा, “उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं तहसील की गंदगी की जिम्मेदारी लूंगा और खुद उठक-बैठक करूंगा। मैंने हां कहा, क्योंकि यह हमारी कमी थी और मैंने उठक-बैठक की।” प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि आईएएस अधिकारी रिंकू सिंह राही बुधवार को तहसील मुख्यालय नहीं लौटे और बाद में लखनऊ के लिए रवाना हो गए।