उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य के 25,091 कॉस्टेबल को हेड कॉस्टेबल में प्रमोशन देने का फैसला किया है। राज्य में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में कॉस्टेबल का प्रमोशन हुआ है। प्रमोशन के बाद पुलिसकर्मियों के बीच खुशी का माहौल है। वे एक-दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने प्रमोशन से संबंधित लेटर जारी कर दिया है। इस प्रमाेशन का फायदा 1975 से लेकर 2004 तक के कॉस्टेबल को मिलेगा। राज्य पुलिस विभाग ने 29000 कॉस्टेबल का नाम प्रमोशन के लिए दिया था, जिनमें से 4000 नामों को रिजेक्ट कर दिया गया था। डीजीपी ऑफिस के अनुसार, यह राज्य के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा प्रमोशन है। इससे पहले वर्ष 2016 में 8762 कॉस्टेबल को हेड कॉस्टेबल में प्रमोशन दिया गया था। वहीं, 2017 में 5030 कॉस्टेबल को प्रमोशन दिया गया था।

डीजीपी ओपी सिंह के हवाले से एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2018 में सबसे ज्यादा संख्या में गैर-राजपत्रित पुलिसकर्मियों को प्रमोशन मिला है। 2016 में ऐसे 15803 अधिकारियों को प्रमोशन मिला था, वहीं, 2017 में 8910 पुलिसकर्मियों का प्रमोशन हुआ था। वर्ष 2018 में इनकी संख्या बढ़कर 36062 हो गई, जिनमें 2197 ऐसे पुलिसकर्मी शामिल हैं, जिन्हें इंस्पेक्टर के रूप में प्रमोशन दिया गया और 7600 को हेड कॉस्टेबल के रूप में। 25091 कॉस्टेबल के हेड कॉस्टेबल में प्रमोशन होने के बावजूद राज्य के पुलिस विभाग में हेड कॉस्टेबल के करीब 11852 पद खाली हैं। वहीं, राज्य में अब करीब 60 हजार पद खाली हो जाएंगे।

बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग जवानों की कमी को देखते हुए पांच हजार से अधिक पदों पर भर्ती करने वाली है। इनमें जेल वार्डन, फायरमैन और सिपाही के पद हैं। इमें जेल वार्डन के 3012 (पुरूष) व 626 (महिला), फायरमैन के 1679 और सिपाही (घुड़सवार) के 102 पदों पर बहाली होगी। सभी पदों पर बहाली के लिए लिखित और शरीरिक परीक्षा का अायोजन किया जाएगा।