उत्तर प्रदेश के गांवों और कस्बों में बिजली की कटौती से लोग काफी परेशान हैं। बढ़ती गर्मी और मांग में तेजी के कारण इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क पर ओवरलोडिंग हो रही है, जिसके कारण उत्तर प्रदेश में बिजली संकट पैदा हो गया है। बिजली कटौती से लोगों की नाराजगी जगह-जगह देखने को मिल रही है, लेकिन जब इसे लेकर योगी सरकार के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा से सवाल किया गया, तो वो बिना जवाब दिए ही निकल गए.

यूपी में इतनी ज्यादा बिजली कटौती क्यों हो रही है इस सवाल के जवाब में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा बिना जवाब दिए बस इतना बोलकर निकल गए कि अभी इस बारे में बात नहीं करनी है। हालांकि, प्रदेश में बिजली सप्लाई को लेकर शेड्यूल जरुर तय किया गया है। साथ ही एके शर्मा ने ट्वीट कर बताया, ” कल पूर्वांचल विद्युत वितरण कंपनी और आज मध्यांचल तथा दक्षिणांचल कंपनियों के ज़िला स्तर के अधिकारियों के साथ विद्युत व्यवस्था की समीक्षा किया। विद्युत कर्मी मित्रों को युद्ध स्तर पर कार्य करने को आग्रह किया। सबका सहयोग मिल रहा है।”

निर्बाध बिजली सप्लाई की कोशिश: इससे पहले भी मंत्री एके शर्मा ने कहा था कि हमारा लक्ष्य लोगों को निर्बाध बिजली की सप्लाई करना है, जिसके लिए हम कोशिश कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट कर लोगों से बिजली की बचत करने की अपील की। उन्होंने लिखा, “गर्मी के दिनों में विद्युत की बढ़ी हुई मांग को पूरा करने और आप की श्रेष्ठ सेवा करने का हर संभव प्रयास हो रहा है। कृपया हमारा सहयोग करें। बिजली की बचत करें, कहीं भी अनावश्यक खर्च ना होने दें। बिजली का अनधिकृत उपयोग दंडनीय है। हम निरंतर आपकी सेवा में हैं।”

ऊर्जा मंत्री ने बिजली विभाग के कर्मचारियों से भी लोगों की समस्याओं को सुनने और सहयोग करने के लिए कहा। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “अत्यधिक गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ गई है। पिछले वर्ष की अपेक्षा अब मांग बहुत ज़्यादा है। ऊर्जा विभाग में कार्यरत सभी भाई-बहनों से निवेदन है कि इस चुनौतीपूर्ण समय में जनता की सेवा के लिए रात-दिन सजग, तत्पर एवं उपलब्ध रहें।”

मांग से कम है बिजली की उपलब्धता: दरअसल, उत्तर प्रदेश में फिलहाल 21,500 मेगावॉट बिजली की आवश्यकता है लेकिन बिजली विभाग के पास केवल 19,000 मेगावॉट बिजली ही उपलब्ध है। ऐसे में प्रदेश में जगह-जगह बिजली कटौती की जा रही है, खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में। बढ़ती मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) ग्रामीण क्षेत्रों, छोटे शहरों में बिजली आपूर्ति में कटौती कर रही है।