वीआईपी लोगों के आने और उनकी यात्रा के दौरान शहर की कमियां उनकी नजरों से छिपाए रखने के लिए स्थानीय प्रशासन अक्सर उन तथ्यों और हालातों को उनके सामने नहीं लाने देता, जिनसे सच्चाई सामने आने की आशंका रहती है। चाहे वह अस्पताल का दौरा हो या फिर स्कूल का या किसी सरकारी कार्यालय का निरीक्षण करना हो, वीआईपी दौरे के दौरान सब कुछ ओके रहता है। उनके जाते ही वह फिर अपने पुराने फटेहाल में दिखने लगता है। जनता की परेशानी जनप्रतिनिधि, मंत्री और उच्च स्तर के अफसरों के सामने आने ही नहीं पाता है। उनकी नजर में स्थानीय अफसरों की लापरवाही भी नहीं आ पाती है।

यूपी के कानपुर में प्रदेश के मुख्य सचिव के दौरे से पहले स्थानीय नगर निगम के अफसरों ने बड़ा खेल कर दिया। उन्होंने सच को छिपाने के लिए पीएम और सीएम के चेहरों का उपयोग किया है। वीआईपी रोड भैरोघाट चौराहे पर सड़क के दोनों ओर भीषण गंदगी है, लेकिन अफसरों ने गंदगी छिपाने के लिए दोनों ओर पीएम मोदी और सीएम योगी के हंसते हुए चेहरे वाले बड़े-बड़े पोस्टर लगवा दिए। पोस्टरों में विकास कार्यों को दर्शाया गया है। सामने की ओर सड़क पर चूने से सफेदी करा दी गई है, जबकि पोस्टर के ठीक पीछे भारी गंदगी है।

इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसको लोग शेयर भी कर रहे हैं। तस्वीर को शेयर करते हुए अंकित शुक्ला@jankit003 ने लिखा, “पहली तस्वीर आगे से, दूसरी तस्वीर पीछे, क्योंकि चीफ सेक्रेटरी आ रहे हैं। कानपुर में विकास कार्यों को इस तरह से योगी जी, मोदी जी के हंसते चेहरों के पीछे छिपाया जा रहा है। जगह वीआईपी रोड भैरोघाट चौराहा। @nagarnigamknp की क्या तगड़ी सजावट है।”

इस ट्वीट तस्वीर को वरिष्ठ पत्रकार राजकिशोर ने रीट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, “आप तो कानपुर विकास प्राधिकरण के वीसी रहे हैं और घंटाघर के सौंदर्यीकरण से लेकर कई बड़े काम किए हैं@ChiefSecyUPजी! वीआइपी रोड पर ये हाल और आपको धोखा दिया जा रहा है…. ऐसे करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई कर नज़ीर तो पेश की जानी चाहिये..!”

हालांकि सबको पता है कि ऐसा कुछ भी नहीं होगा। स्थानीय अफसर बड़े और वीआईपी विजिट में हर उस चीज को छिपाते रहेंगे, जिससे उनकी पोल खुलने की संभावना हो।