उत्तर प्रदेश में बीते कुछ दिनों में कई बड़े घटनाक्रमों के चलते एक बार फिर कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे हैं। राज्य में कहीं पुलिसकर्मियों को पीटा जा रहा है तो कहीं महकमे में ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर मोटी वसूली की जा रही है। अपराधियों में कानून के घटते खौफ से भड़के राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने रविवार (4 अगस्त) को एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस कॉन्फ्रेंस में सूबे के तमाम बड़े अधिकारी शामिल रहे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों खासतौर पर कई जिलों के पुलिस कप्तानों को जमकर फटकार लगाई। डीजीपी की कॉन्फ्रेंस के बाद माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में यूपी पुलिस के कामकाज में भी कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

कैदियों के फरार होने का मामला उठाः डीजीपी बाराबंकी, सुल्तानपुर, गौतमबुद्धनगर, संभल और आजमगढ़ के कप्तानों पर नाराज हुए। उन्होंने बाराबंकी में सेना के जवान को पुलिसकर्मियों द्वारा पीटने का मामला भी उठाया। इसके अलावा सुल्तानपुर में हुई हत्या की घटना और गौतमबुद्धनगर में लूट-हमले की बढ़ती घटनाओं को लेकर भी उन्होंने नाराजगी जाहिर की। हाल ही में संभल समेत कई जिलों में कैदियों के फरार होने की घटनाओं को लेकर भी उन्होंने कप्तानों को फटकार लगाई।

बुलंदशहर ट्रांसफर-पोस्टिंग का मामला भी उठाः वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए वसूली की बात भी उठी। दरअसल बुलंदशहर के पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई उगाही कर पोस्टिंग का मामला भी उठा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक उन्नाव रेप पीड़िता के साथ सड़क दुर्घटना के दौरान किसी सुरक्षाकर्मी के मौजूदगी न होने को लेकर भी चर्चा हुई। इस मामले में डीजीपी ने उन्नाव के कप्तान पर भी नाराजगी दिखाई।