उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में एक दर्दनाक हादसे में 12 साल के एक बच्चे की क्रिकेट खेलते समय मौत हो गई। यह घटना टूंडला थाना क्षेत्र में हुई, जहां एक क्रिकेट मैच के दौरान गेंद लगने से बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के दौरान उसकी जान चली गई। मृत बच्चे का नाम अंश था, जो फिरोजाबाद के नारखी थाना क्षेत्र के गढ़ी रंछोर गांव का निवासी था। अंश सोमवार शाम “फ्यूचर क्रिकेट अकादमी” की ओर से टूंडला में आयोजित एक फाइनल मैच में हिस्सा लेने गया था।
मैच के दौरान जब अंश बल्लेबाजी कर रहा था, तभी विरोधी टीम के एक गेंदबाज की फेंकी गई चमड़े की गेंद सीधा उसके सीने पर लग गई। गेंद इतनी तेज थी कि अंश वहीं मैदान पर बेहोश होकर गिर पड़ा। मौके पर मौजूद खिलाड़ियों और कोच ने तुरंत उसे उठाकर एक निजी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शिकायत पर कार्रवाई की बात कही है पुलिस
नगर पुलिस अधीक्षक रविशंकर प्रसाद ने बताया कि हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। उन्होंने बताया कि परिजनों की शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर है। अंश की मौत से न सिर्फ उसका परिवार, बल्कि उसे जानने वाला हर व्यक्ति गहरे सदमे में है। बताया जा रहा है कि अंश को क्रिकेट का बहुत शौक था और वह पिछले कुछ महीनों से अकादमी में नियमित रूप से अभ्यास कर रहा था। वह इस फाइनल मैच को लेकर बेहद उत्साहित था।
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आम तौर पर क्रिकेट मैच के दौरान सभी खिलाड़ी बॉडी प्रोटेक्टर को पहनकर मैदान पर उतरते हैं। इसके साथ ही वह हेलमेट और ग्लव्स आदि जरूरत लगाते हैं। लेकिन स्थानीय मैचों और छोटे टूर्नामेंटों में कई बार खिलाड़ी इसकी अनदेखी भी कर देते हैं। यह अनदेखी कई बार घातक साबित होती है। फिरोजाबाद की घटना में यही हुआ।
बैटिंग के दौरान अंश ने बॉडी प्रोटेक्टर को पहना होता तो शायद गेंद लगने के बाद भी उसकी जान बच जाती। विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों के लिए क्रिकेट खेलते समय उचित सुरक्षा गियर जैसे कि हेलमेट और बॉडी प्रोटेक्टर पहनना बेहद जरूरी है, ताकि इस तरह की दुखद घटनाएं रोकी जा सकें।