देश के शिक्षा तंत्र का हाल कितना बुरा है यह आमतौर पर हम सभी जानते हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अचानक जब एक स्कूल में निरीक्षण करने पहुंच गए तो चौंकाने वाला हाल सामने आ गया। यूपी के सरकारी स्कूलों की हालत इतनी खराब है कि यहां पढ़ने वाले छात्र हिंदी तक ठीक से नहीं पढ़ पा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि हर साल स्कूली शिक्षा के लिए बड़ा बजट जारी होता है लेकिन उसकी कैसे बंदरबांट होती है उसकी एक बानगी यहां साफ देखने को मिल रही है।
छात्रा ने सुनाई रटी-रटाई प्रार्थनाः प्राप्त जानकारी के मुताबिक योगी श्रावस्ती जिले के पांडेपुरवा स्थित प्राथमिक विद्यालय गए थे। वहां उन्होंने पाया कि कक्षा तीसरी की छात्रा हिंदी का एक पाठ भी नहीं पढ़ पाई। उन्होंने किताब पढ़ने को कहा तो छात्रा रटी रटाई प्रार्थना सुनाने लगी लेकिन किताब नहीं पढ़ पाई। योगी ने शिक्षिका से पूछा कि कितने बच्चे पढ़ पाते हैं। इस पर शिक्षिका ने कहा कि बच्चे कमजोर हैं तो नाराज योगी ने शिक्षिका को फटकार लगा दी।
#यूपी के सरकारी स्कूलों का हाल बुरा है, अधिकतर टीचर बस वेतन लेते हैं, पढ़ाई नहीं होती. सीएम योगी आदित्यनाथ ने जब एक लड़की से हिंदी पढ़ने को कहा, तो वे सच जान कर हैरान रह गए. हर साल स्कूलों पर अरबों रूपये ख़र्च होते हैं @abpnewshindi @myogiadityanath pic.twitter.com/lXMMQNgySv
— पंकज झा (@pankajjha_) November 30, 2018
खाने की गुणवत्ता का भी किया परीक्षणः शिक्षा व्यवस्था के बाद योगी ने स्कूलों में मिलने वाले मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता भी जांची। इसके बाद उन्होंने ऑनलाइन शिकायतों के समाधान में देरी पर नाराजगी जाहिर की और अधिकारियों को फटकार लगाते हुए चेतावनी दी कि जल्द से जल्द समाधान करें नहीं तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी योगी कई बार स्कूलों में औचक निरीक्षण कर चुके हैं और लगभग हर बार यही हालात सामने आए। गुरुवार को उन्होंने बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर जिलों का दौरा किया था।