उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। मंगलवार (26 जुलाई, 2022) को हजरतगंज में मुख्यमंत्री के काफिले में एक शख्स ने घुसने की कोशिश की। यह मामला हजरतगंज के डीएओ चौराहे का है। हालांकि, पुलिस ने अंजान शख्स को हिरासत में ले लिया है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस संदिग्ध युवक को थाने ले गई है, जहां पर उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस उससे जानने की कोशिश कर रही है कि वो किस मकसद से काफिले में घुसने की कोशिश कर रहा था और इसके पीछे उसकी मंशा क्या थी।
बता दें कि इससे पहले भी प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक सुरक्षा में चूक का मामला सामने आ चुका है। इससे पहले जून महीने में भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में इसी तरह की लापरवाही देखी गई थी। मुख्यमंत्री बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के स्वागत के लिए गोरखपुर एयरपोर्ट जा रहे थे, इसी दौरान कुसम्ही रोड से आने वाले कई वाहन उनके काफिले के सामने आ गए थे। इसके बाद पुलिस इंस्पेक्टर और उप निरीक्षक समेत 8 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था।
वहीं, अक्टूबर, 2021 में भी उनकी सुरक्षा में चूक हुई थी और जिसके बाद चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री के एक कार्यक्रम में युवक लाइसेंसी हथियार लेकर शामिल हुआ था।
योगी के खिलाफ पोस्ट करने वाला शख्स गिरफ्तार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ उनके सोशल मीडिया हैंडल पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में बिहार के एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। आरोपी की पहचान राजेश रंजन के रूप में हुई है। उसने 28 जून को एक आपत्तिजनक पोस्ट किया था।
लखनऊ साइबर सेल ने रंजन के सोशल मीडिया हैंडल की जांच की। पुलिस ने कहा कि आपत्तिजनक पोस्ट से एक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंची है। हजरतगंज थाने में तैनात उपनिरीक्षक दयाशंकर द्विवेदी की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। हजरतगंज के थाना प्रभारी के अखिलेश मिश्रा ने बताया कि रंजन के खिलाफ मानहानि, जानबूझकर अपमान, जनता में भय, आपराधिक धमकी और आईटी एक्ट के तहत जालसाजी, मानहानि मामले के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
