उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने खुद की तुलना रामायण के रचयिता से की है। पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए संजय निषाद ने खुद की तुलना महार्षि वाल्मिकि से कर दी। अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि आरोप लगाने वाले गायब हो गए, वाल्मिकि जी कहां पहुंच गए।

सोनभद्र जिले में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए योगी सरकार के मंत्री की जुबान फिसल गयी और उन्होंने खुद की तुलना रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि से कर दी। संजय निषाद ने कहा कि आज के समय में जो आरोप लगाने वाला है वो कहां है, हम तो कर के दिखा दिए। दरअसल, पत्रकारों ने संजय निषाद से सवाल किया था कि आप पर आपके ही समाज के शख्स ने आरोप लगाया था कि संजय सिर्फ अपने ही पारिवारिक और सगे-संबंधियों को आगे बढ़ाने का काम करते हैं।

महर्षि वाल्मीकि पर भी लोगों ने लगाए थे आरोप: जिसके जवाब में संजय निषाद ने कहा, “रामायण लिखने वाले महर्षि वाल्मीकि पर भी लोगों ने आरोप लगाया था। आरोप लगान एवाले गायब हो गए और वाल्मीकि जी कहां पहुंच गए।” उन्होंने परिवारवाद के आरोपों पर कहा, “ट्रेंड लोग ही आगे जाकर ड्राइवर बनते हैं, तो अभी हमलोग गाड़ी का निर्माण किए हैं तो ड्राइवर तो आगे आएगा ही। हमारे यहां चुनाव संस्था लड़ाती है, हम सिर्फ इनको ज्ञान देते हैं, हम कुछ नहीं करते हैं।” मंत्री ने कहा कि निषाद समाज नेता से नहीं, नीति से बनता है और नीति पार्टी बनाती है।

कांग्रेस डूब चुकी है: इससे पहले भदोही पहुंचे संजय निषाद ने कांग्रेस पार्टी और नेताओं द्वारा RSS की तुलना आतंकवादी संगठन से किए जाने पर कहा कि कांग्रेस डूब चुकी है और अब भी नहीं चेते तो अगले चुनाव में पूरा खत्म हो जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि मुस्लिमों के बच्चे पढ़कर IAS, PCS बनें, अगर सर्वे नहीं होगा तो कैसे पता चलेगा कि मदरसे क्या पढ़ा रहे हैं।

कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि निषाद के बेटे ने चुनाव लड़कर कांग्रेस, बसपा और सपा को बाहर कर दिया है। कार्यकर्ता संगठन के रीढ़ हैं। उनकी समस्याओं का शीघ्र निस्तारण किया जाए। कहा कि कार्यकर्ताओं के बदौलत निषाद समाज का बेटा कैबिनेट मंत्री बन सका है। समाज के लोगों का विकास निषाद पार्टी ही करेगी।