योगी आदित्यनाथ का बुल्डोजर अब स्पीड में काम करने लगा है। अपराधियों के अवैध निर्माणों को ढहाने के साथ ही बुल्डोजर अब उन नेताओं के ठिकानों पर भी अपना काम कर रहा है, जो कथित तौर पर अवैध रूप से या अवैध ढंग से बनवाए गए हैं। इसको लेकर सियासी हंगामे भी जारी हैं, लेकिन बुल्डोजर बेपरवाह होकर अपना काम जारी रखे है।
यूपी के बुंदेलखंड के बांदा जिले की तिंदवारी सीट से बीजेपी विधायक रहे बृजेश प्रजापति के मकान पर बुल्डोजर चलना तय हो गया है। बांदा विकास प्राधिकरण की ओर से जारी नोटिस में 15 दिनों के अंदर अवैध कब्जे को हटाने का अल्टीमेटम दिया गया है। इसमें कहा गया है कि अगर इस दौरान अवैध कब्जे नहीं हटाए गए तो प्राधिकरण कब्जे को खुद बुल्डोजर चलवाकर गिरवा देगा। इसका खर्चा भी उनसे वसूला जाएगा। इस मामले में बृजेश प्रजापति की ओर से कहा गया है कि यह बदले की भावना से किया जा रहा है।
बृजेश 2017 से 2022 तक भाजपा विधायक रहे। बाद मे वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। पार्टी ने उन्हें बांदा जिले के तिंदवारी विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार भी बनाया, लेकिन वे चुनाव हार गए।
बृजेश प्रजापति को बांदा विकास प्राधिकरण ने 22 मार्च 2022 को नोटिस जारी कर मकान के नक्शे से जुड़े दस्तावेज 7 अप्रैल तक पेश करने को कहा था। उनकी ओर से जो दस्तावेज सौंपे गए, प्राधिकरण ने उसे संतोषजनक नहीं पाया। उसमें नक्शा से संबंधित कोई साक्ष्य नहीं थे। इस बारे में अगली तारीख 16 अप्रैल को उन्हें नए साक्ष्य सौंपने थे, लेकिन इस दिन भी प्रजापति की ओर से कोई साक्ष्य नहीं दिया जा सका।
इसके बाद 18 अप्रैल को बांदा विकास प्राधिकरण ने बृजेश प्रजापति को नोटिस जारी कर साफ कर दिया कि वे 15 दिन के अंदर मकान को खुद ही गिरवा दें, अन्यथा प्राधिकरण बुल्डोजर चलवाकर उसे गिरवा देगा। इसका खर्चा भी उनसे ही वसूला जाएगा।
इधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने तथा निर्माण परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा करने के निर्देश दिये हैं। गोरखपुर में आयुक्त सभागार में आयोजित बैठक में गोरखपुर मण्डल के विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चल रही विकास परियोजनाएं भ्रष्टाचार मुक्त हों और पारदर्शिता, गुणवत्ता और समय सीमा का विशेष ध्यान रखा जाए और कानून व्यवस्था के सामने कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।