यूपी के देवरिया में ईंट-भट्ठे पर दिहाड़ी मजदूरी करने वाले दो प्रेमी जोड़े ने शादी रचाई है। यह शादी इस समय आसपास के क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। दोनों जोड़ों की शादी बड़े धूमधाम से हुई। ये शादियां भट्ठा मालिक ने अपने खर्चे पर करवाई हैं।

दोनों कपल मूल रूप से झारखंड के रहने वाले हैं। इनके दो-दो बच्चे भी हैं। इनमें से एक पिछले चार सालों से और दूसरा दस सालों से लिव-इन में रह कर गुजार बसर कर रहे थे। इस बात की जानकारी दोनों के घरवालों को भी थी। दोनों जोड़े की शादी बड़े धूमधाम से हुई। डीजे की धुन पर अपनी पारंपरिक डांस करते हुए बगल के गांव में स्थित शिव मंदिर में बारात पहुंची। जहां हिंदू रीति-रिवाज से मंत्रोच्चारण, वरमाला आदि से विवाह संपन्न हुआ।

ईट भट्टे पर काम कर रहे हैं बहुत सारे प्रवासी मजदूर

शादी करने वाले दोनों देवरिया के बैतालपुर स्थित बरारी गांव में नंदलाल यादव के ईंट भट्ठे पर रहकर काम करते हैं। इस भट्ठे पर दर्जनों मजदूर झारखंड के रांची समेत अन्य जिलों से आकर काम करते हैं। इसी में से दो प्रेमी जोड़ों ने विवाह किया है। कर्मा व सीमा और प्रदीप व रूपा, जो पिछले कई सालों से भट्ठे पर रहकर काम कर रहे हैं। अब जाकर उन्होंने शादी की है।

दोनों जोड़े के हैं दो-दो बच्चे

झारखंड के गुमला जिले के रहने वाले कर्मा और सीमा पिछले चार सालों एक साथ रह रहे हैं। उनके दो बच्चे भी है। लेकिन उन्होंने अभी तक अपना विवाह नहीं किया था। शादी को लेकर जोड़े का कहना है कि गरीबी के चलते उनकी शादी नहीं हो पा रही थी। ऐसे में भट्ठा मालिक और उनके साथ काम करने वाले मजदूरों ने अपने पैसे से शादी करवाने का फैसला किया।

80 हजार से ज्यादा लोग बने जम्मू-कश्मीर के स्थायी निवासी, JK सरकार ने दी बड़ी जानकारी

वहीं रूपा व प्रदीप पिछले 10 सालों से लिव इन रिलेशनशिप में हैं। दोनों इसी भट्ठे पर रहकर काम करते हैं। ये जोड़ा भी झारखंड का ही रहने वाला है। प्रदीप ने बताया कि अब जाकर उसके दूल्हा बनने का अरमान पूरा हुआ है। भट्ठा मालिक ने उनकी गरीबी को देखकर ऐसा किया। प्रदीप और रूपा के भी दो बच्चे है।