केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा यूपी के अमेठी में 10 हजार गाय बांटने की खबर पर संबंधित फर्टिलाइजर कंपनी ने सफाई दी है। कंपनी ने कहा है कि वह गाय खरीदने या इसके फंडिंग से जुड़ी किसी भी गतिविधि से जुड़ी नहीं है। दरअसल,  एशियन एज और कुछ दूसरे मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि स्मृति ईरानी राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में 10 हजार गाय बांटेंगी। इन्हें गुजरात नर्मदा वैली फर्टिलाइजर्स कंपनी द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉनसिबिल्टी (सीएसआर) के तहत खरीदा जाएगा। इस खबर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया हुई थी। कुछ लोगों ने आरोप लगाया था कि राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र में यह कदम वोटरों को लुभाने के लिए उठाया जा रहा है। अब कंपनी ने सामने आकर इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है।

जीएनएफसी ने ट्वीट करके लिखा, ‘GNFC गाय खरीदने या इसकी फंडिंग से जुड़ी किसी भी गतिविधि से नहीं जुड़ी है। इसकी न तो ऐसी पॉलिसी है और न ही ऐसी कोई योजना। जीएनएफसी को ऐसी किसी भी झूठी, शरारतपूर्ण और दुर्भावनापूर्ण सूचनाओं से जोड़ने की गतिविधियों को नजरअंदाज किया जाना चाहिए।’ इस ट्वीट में स्मृति ईरानी को भी टैग किया गया है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री अप्रैल में अपने अमेठी के दो दिवसीय दौरे पर जाएंगी।

क्या बताया गया था मीडिया रिपोर्ट में
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि स्मृति के कार्यक्रम की शुरुआत गाय वितरण के साथ होगी। वह इस दौरान 10 हजार गरीब परिवारों से मुलाकात करेंगी और उन्हें ये गाय बांटेंगी, ताकि उन लोगों की आय बढ़े। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि अमेठी के पांच विधानसभा क्षेत्रों में से हर क्षेत्र में 2,000 गाय दी जाएंगी। सलोन विधानसभा से इसकी शुरुआत होगी। भाजपा कार्यकर्ता और फर्टिलाइजर कंपनी के प्रतिनिधि के साथ मिलकर फिलहाल उन लोगों की सूची बनाने में जुटे हैं, जिन्हें ये गाय दी जानी हैं। लोगों को अच्छी नस्ल की गाय देने के लिए मवेशी दूसरे प्रदेश से मंगाए गए हैं।