उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी विजय चौधरी उर्फ उस्मान प्रयागराज पुलिस के साथ मुठभेड़ में सोमवार (6 मार्च, 2023) तड़के मारा गया। इसे लेकर भाजपा सांसद रवि किशन ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की है। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा था ना कि मिट्टी में मिला देंगे। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “पूज्य महाराज, योगी आदित्यनाथ जी ने कहा था ना कि मिट्टी में मिला देंगे… उमेश पाल और संदीप निषाद पर पहली गोली चलाने वाला खूंखार फरार हत्यारा उस्मान भी आज यूपी पुलिस द्वारा एनकाउंटर में ढेर…।”

उस्मान की गर्दन, सीने और जांघ में लगी गोली

बता दें कि आज सुबह प्रयागराज पुलिस के साथ मुठभेड में उस्मान मारा गया। अधिकारियों ने बताया कि उमेश पाल पर पहली गोली उस्मान ने ही चलाई थी। यह मुठभेड़ कौंधियारा थाना क्षेत्र के गोठी और बेलवा के बीच करीब पांच बजे हुई। कौंधियारा थाने के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुठभेड में विजय चौधरी उर्फ उस्मान की गर्दन, सीने और जांघ में गोलियां लगी हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी को कौंधियारा में लोग नान बाबा के नाम से भी जानते हैं और उसे उस्मान नाम अतीक गिरोह के लोगों ने दिया है।

उस्मान का हिस्ट्रीशीटर भाई भी जेल में बंद

उन्होंने बताया कि उस्मान का भाई राकेश चौधरी हिस्ट्रीशीटर है और वह नैनी सेंट्रल जेल में बंद है। राकेश के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 सहित अन्य धाराओं के तहत दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। अधिकारी ने बताया कि इस मुठभेड़ में नरेंद्र पाल नाम का एक सिपाही घायल हो गया। पुलिस के मुताबिक, सिपाही के हाथ में गोली लगी है और वह कौंधियारा थाना क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती है। इससे पहले, उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी अरबाज 27 फरवरी को धूमनगंज थाना क्षेत्र में नेहरू पार्क के जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। इस मुठभेड़ में धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश मौर्य घायल हो गए थे।

गौरतलब है कि 24 फरवरी को धूमनगंज थाना क्षेत्र में उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह पूरी घटना आसपास के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, जिसकी मदद से ज्यादातर शूटर की पहचान हो गई है। उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने घटना के अगले दिन धूमनगंज थाने में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक के दो बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम और गुलाम और नौ अन्य साथियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।