केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती जल प्रबंधन में प्रौद्योगिकी और विशेषज्ञता के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए इस महीने के आखिर में इजराइल की यात्रा पर जा रही हैं। वे जल का खारापन दूर करने, शहरी जल प्रणाली, ‘स्मार्ट मीटरिंग’ और इनके भारत में इस्तेमाल किए जाने के तरीकों के बारे में जानकारी लेंगी।
इजराइली दूतावास के प्रवक्ता ओहमद होरसांदी ने बताया कि उमा भारती इस महीने के आखिर में इजराइल की यात्रा पर जाएंगी, ताकि देख सकें कि किस तरह की प्रौद्योगिकी भारत में अपनाई जा सकती है। इजराइल रक्षा और कृषि के बाद जल क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए काफी गुंजाइश देख रहा है। इसकी कंपनियां भारत में अवसर का लाभ उठाने और इस देश में अपनी भागीदारी का स्तर बढ़ाने को इच्छुक हैं।
उन्होंने बताया कि जल प्रौद्योगिकी और विशेषज्ञता मुख्य विषय है, जिस पर हम इस साल ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने पानी की कमी और किसानों के पास जोतों का छोटा आकार रहने जैसी चुनौतियों का भारत की तरह ही इजराइल में भी सामना किए जाने का जिक्र करते हुए कहा कि उनके देश ने एक दशक पहले लगातार सूखे का सामना किया।
लेकिन विभिन्न औजारों और पद्धतियों का इस्तेमाल कर यह हालात से निपटने में सक्षम हो गया। आज, नतीजा यह है कि इजराइल के पास जरूरत से अधिक पानी है। उन्होंने बताया कि इजराइल में घरों में इस्तेमाल किए जाने वाले 75 फीसद से अधिक पानी का खारापन दूर किया गया है। घरों में इस्तेमाल होने वाले करीब 80 फीसद पानी का पुनर्चक्रण किया जाता है और बाद में मुख्य रूप से कृषि में फिर से उपयोग किया जाता है। यहूदी मुल्क का 70 फीसद हिस्सा रेगिस्तान है।
उन्होंने शहरी जल प्रणाली, विलवणीकरण, ड्रिप सिंचाई (पौधों की जड़ों में पानी देना), लीकेज और अवैध कनेक्शन रोकना व स्मार्ट मीटरिंग सहित अन्य क्षेत्रों में इजराइली प्रौद्योगिकी और ज्ञान के बारे में बात की।