Shrikant Tyagi Case: नोएडा के श्रीकांत त्यागी का मामला कहीं से भी थमता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। त्यागी समाज श्रीकांत त्यागी के समर्थन में लगातार प्रदर्शन कर रहा है वहीं ये प्रदर्शन हर रोज आग की तरह से प्रदेश के कई हिस्मों में फैलते हुए दिखाई दे रहे हैं। सहारनपुर में डीएम ऑफिस के सामने त्यागी समाज के बैनर तले त्यागी महासभा का जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला। उनका साफ तौर पर यही कहना था कि श्रीकांत त्यागी और उसके परिवार के साथ अन्याय हो रहा है। एक वेब पोर्टल से बातचीत में त्यागी समाज जिला अध्यक्ष शिवकुमार त्यागी ने कहा, ‘अगर श्रीकांत से फर्जी मुकदमें नहीं हटाए गए तो वो सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे।’

त्यागी समाज की ओर से ये बात भी बताई गई कि त्यागी परिवार पर हो रहे उत्पीड़न को रोकने के लिए पहले भी त्यागी समाज ने जिलाधिकारी के माध्यम से 10 अगस्त को मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भिजवाया गया था लेकिन उस ज्ञापन पर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसकी वजह से श्रीकांत त्यागी का पूरा परिवार अभी भी तकलीफ झेलने को विवश है। अपने आंदोलन के दौरान त्यागी समाज काफी उग्र दिखाई दिया। त्यागी समाज का कहना था कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वो सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे।

श्रीकांत त्यागी पर लगे मुकदमे हटाए जाएंः अर्जुन सिंह त्यागी

वहीं अर्जुन सिंह त्यागी ने मीडिया से बातचीत में बताया, ‘हम लोग धरने पर इसलिए बैठे हैं कि श्रीकांत त्यागी पर गैंग्स्टर लगाया गया है और उनके परिवार का उत्पीड़न किया जा रहा है। अगर श्रीकांत त्यागी के परिवार का उत्पीड़न बंद नहीं किया गया तो वो सरकार को आने वाले चुनाव में सबक सिखाएंगे।’ त्यागी समाज श्रीकांत त्यागी के मामले को लेकर राज्य के कई जिलों में प्रदर्शन कर रहा है। इन प्रदर्शनों से एक बात तो साफ तौर पर दिखाई दे रही है कि जब तक श्रीकांत त्यागी जेल से बाहर नहीं निकल आता है ये मामला थमता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है।

श्रीकांत के परिवार को प्रताड़ित किया जा रहाः शिवकुमार त्यागी

वहीं जिलाध्यक्ष शिवकुमार त्यागी ने कहा, ’21 अगस्त की हुई पंचायत में नोएडा के डीएम ने 15 दिनों की मांग की थी कि 15 दिन में हम श्रीकांत त्यागी पर जो मुकदमें लगाए गए हैं वो सब हटा लेंगे। कल 15 दिन बीत गए और उसके पहले ही उसकी जमानत याचिका खारिज करके 5 मुकदमें उसपर और लगा दिए। उसके परिवार को बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। लाइट काट दी गई बच्चों को परेशान होना पड़ा पुलिस ने प्रताड़ित किया अलग से इन बातों की तो कोई रिपोर्ट नहीं की गई हमारी तरफ से।’