असम में जारी हुए एनआरसी यानी नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस के ड्राफ्ट को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी लगातार केंद्र का विरोध कर रही हैं। एनआरसी ड्राफ्ट पर ममता के रुख को देखते हुए उनकी ही पार्टी में बगावत हो गई है। असम में टीएमसी के दो नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक दिगांता सैकिया और प्रदीप पचौनी ने एनआरसी ड्राफ्ट पर ममता के रुख के कारण इस्तीफा दिया है। दोनों नेताओं का कहना है कि ममता बनर्जी को एनआरसी के बारे में ठीक से कुछ पता नहीं है, लेकिन फिर भी वह इसका विरोध कर रही हैं।
इस्तीफा देने वाले नेताओं का कहना है कि ममता को असम में एनआरसी की जमीनी हकीकत के बारे में ठीक से जानकारी नहीं है और वह इस तरह के संवेदनशील मुद्दे पर राज्य को बांटने वाली टिप्पणियां कर रही हैं। सैकिया ने कहा, ‘एनआरसी को लेकर ममता बनर्जी जो कह रही हैं उसमें और जमीनी हकीकत में बहुत अंतर है।’
ममता के NRC के खिलाफ़ होने पर TMC में बगावत, दो नेताओं का इस्तीफ़ा pic.twitter.com/tXaKKnqFLK
— News18 India (@News18India) August 2, 2018
वहीं बीजेपी नेता रूपा गांगुली ने भी ममता बनर्जी पर अजीब बातें कहने का आरोप लगाया। रूपा ने कहा, ‘वह अपने आप को क्या समझने लगी हैं, वह हमें समझ नहीं आ रहा। उनकी बातों पर तनाव लेने की कोई जरूरत नहीं है, मुझे लगता है कि उनकी बातों को हमें हल्के हवा में लेना चाहिए। वह भी मजाक करती रहती हैं, लेकिन बात यह है कि वो जो मजाक कर रही हैं वह नागरिकों की जिंदगी को दाव पर लगाकर मजाक कर रही हैं। वह जो डर फैला रही हैं लोगों के मन में कि एनआरसी ऐसी चीज है जो लोगों को काटेगा, खाएगा।’
क्या कहा है ममता ने?
बता दें कि असम में एनआरजी का फाइनल ड्राफ्ट जारी होने के बाद ममता ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए लोगों को कष्ट पहुंचाया जा रहा है और इससे रक्तपात व गृहयुद्ध शुरू होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) में वैध दस्तावेजों के साथ लोगों के नाम को शामिल नहीं किया गया और यह कार्य राजनीतिक मकसद से किया जा रहा है, जिसका विरोध किया जाएगा।