कोरोना महामारी के बीच आपने ट्विटर पर लोगों को बड़े अधिकारियों और मंत्रियों से दवाइयों की कमी, ऑक्सीजन की किल्लत आदि की शिकायत करते हुए जरूर देखा और सुना होगा। लेकिन क्या कभी आपने ट्विटर पर किसी व्यक्ति को एक राज्य के मंत्री से बिरयानी में चिकन लेग पीस की कमी की शिकायत करते देखा है। तो आपका जवाब नहीं हो सकता है। लेकिन तेलंगाना में एक व्यक्ति ने चिकन बिरयानी में लेग पीस ना मिलने की शिकायत ट्विटर पर कैबिनेट मंत्री के टी रामा राव से कर दी। इस दिलचस्प शिकायत पर हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी मजे ले लिए।
दरअसल थोटाकुरी रघुपति नाम के ट्विटर यूजर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि उन्होंने एक्स्ट्रा मसाला और लेग पीस के साथ एक चिकन बिरयानी आर्डर किया था। लेकिन उसे दोनों में कुछ भी नहीं मिला। आगे ट्विटर यूजर ने बिरयानी आर्डर करने वाले होटल से नाराज होकर लिखा कि क्या लोगों को बिरयानी खिलाने का यह तरीका सही है। साथ ही थोटाकुरी रघुपति ने अपने ट्वीट में तेलंगाना सरकार में मंत्री के टी रामा राव और जोमैटो को टैग कर दिया।
And why am I tagged on this brother? What did you expect me to do https://t.co/i7VrlLRtpV
— KTR (@KTRTRS) May 28, 2021
अपने प्रोफाइल को टैग किए जाने के बाद के टी आर ने ट्वीट के रिप्लाई में लिखा कि भाई साहब मैं इस ट्वीट में क्यों टैग हूं, इसमें आप मुझसे क्या चाह रहे हैं? साथ ही अपने ट्वीट में के टी आर ने सोचने और भौंचक्का होने वाला इमोजी भी पोस्ट किया। के टी आर के इस ट्वीट पर हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट कर बिरयानी की शिकायत करने वाले यूजर के मजे ले लिए।
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मजाकिया अंदाज में लिखा कि के टी आर के कार्यालय को तुरंत इसका जवाब देना चाहिए! इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी ने के टी आर की पीठ भी थपथपाई। ओवैसी ने लिखा कि केटीआर और उनकी टीम इस कोरोना महामारी के दौरान लोगों की चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करने में जुटी हुई है। माशाअल्लाह!
बता दें कि तेलंगाना में सत्ताधारी पार्टी टीआरएस के अध्यक्ष और राज्य की कैबिनेट में शहरी विकास सहित कई विभागों के मंत्री के टी रामा राव कोरोना महामारी के दौरान लोगों की जरूरतों को पूरा करने में जुटे हुए हैं। महामारी के दौरान के टी आर ट्विटर पर किसी भी व्यक्ति के द्वारा मांगी गई मदद को पूरा करने में लगे हुए हैं। के टी आर जरूरतमंदों तक ऑक्सीजन सिलिंडर और जरूरी दवाइयां पहुंचा रहे हैं।