Twin Tower Demolition: नोएडा के सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के ट्विन टावर को रविवार की दोपहर 2:30 बजे ब्लास्ट कर गिरा दिया गया। 32 मंजिला एपेक्स व 29 मंजिला सियान टावर को 3,700 किलोग्राम विस्फोटक लगाकर ध्वस्त किया गया और देखते ही देखते 9 सेकंड में पूरी बिल्डिंग जमींदोज हो गई। हालांकि, इसके पहले सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब पता चला कि अपार्टमेंट में एक शख्स सो रहा है।
आनन-फानन में सुरक्षाकर्मियों ने उस शख्स को जगाया और समय रहते उसे बाहर निकाला गया। उसे सात बजे के करीब बाहर निकाला गया। विशेष कार्यबल के सदस्य नरेश केशवानी ने बताया कि टावर खाली कराने के दौरान जानकारी मिली कि एक को छोड़कर सभी लोग टावर से निकल चुके हैं। साथ ही यह भी मालूम हुआ कि यह व्यक्ति अपार्टमेंट में गहरी नींद में सो रहा था और टावर खाली करने की समय सीमा की बात उसके दिमाग से निकल गयी थी।
दोपहर 2:30 बजे ‘एपेक्स’ (32 मंजिल) और ‘सियान’ (29 मंजिल) टावर को ब्लास्ट कर गिरा दिया गया। सिलसिलेवार ब्लास्ट के बाद पूरी इमारत देखते ही देखते ताश के पत्तों की तरह ढह गई। दोनों टावर को ढहाने की पूरी योजना बहुत बारीकी से तैयार की गयी थी। देश में ये अपने तरह का सबसे बड़ा मामला था।
एक रेसिडेंट एसोसिएशन सुपरटेक द्वारा अवैध रूप से बनाये गये ट्विन टावर को लेकर कोर्ट गई थी, जिसके नौ सालों बाद गुरुवार (28 अगस्त) नियंत्रित विस्फोटों के जरिये उन्हें जमींदोज कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने ट्विन टावर को गिराने का आदेश एक साल पहले दिया था। एमराल्ड कोर्ट में 15 आवासीय टावर हैं और हर टावर में 44 अपार्टमेंट हैं। इसमें लगभग 2500 निवासी एवं 1200 वाहन हैं। इस एसटीएफ के अलावा सोसाइटी में हर टावर के लिए एक कप्तान भी है।
टावर गिराये जाने से पहले सुबह किया हवन
रविवार को सुबह ट्विन टावर गिराये जाने से पहले हवन किया गया। सूत्रों के मुताबिक, बिल्डिंग गिराने के एक्सपर्ट मोहन रामनाथन ने हवन में हिस्सा लिया और एडिफिस इंजीनियरिंग, जेट डेमोलिशंस, सीबीआरआई, नोएडा प्राधिकरण और गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन के अधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहे।